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Tuesday, February 28, 2023

Amit Shah To Flag Off 'Vijay Sankalp Yatra' On March 3 In Karnataka

Union Home and Cooperation Minister Amit Shah will flag off two 'Vijay Sankalp Rath Yatra' and inaugurate various projects in his day-long visit to poll-bound Karnataka on March 3, top sources said on Tuesday.

Amit Shah's visit to Karnataka is crucial as Assembly Elections to the 224 seats in the state are likely to be held in May this year.

In the run-up to Karnataka Election 2023, Bharatiya Janata Party will undertake a massive 'Vijay Sankalp Yatra' in Karnataka. The campaign will kickstart on March 1, with party President JP Nadda flagging off the Yatra in Chamarajanagar.

During a day-long visit to the poll-bound Karnataka on March 3, Mr Shah will flag off the first 'Vijay Sankalp Rath Yatra' from Anubhava Mantapa in the state's Basavakalyan area in Bidar.

He will later attend a public meeting in the afternoon at Ther Maidan in Bidar

In the evening, the Home Minister will offer prayers at Chennakesava Mandir at Awathi, Devanahalli area in Bengaluru Rural.

Amit Shah will later flag off another 'Vijay Sankalp Rath Yatra' and a public meeting at Govt. College Ground in Devanahalli area in Bengaluru Rural.

Mr Shah will further visit the safe city Command Centre in Bengaluru around 7 pm, and participate in the launch of the Bengaluru safe city project from the Town Hall in the city.

(Except for the headline, this story has not been edited by NDTV staff and is published from a syndicated feed.)



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Monday, February 27, 2023

मनीष सिसोदिया के गिरफ्तारी मामले में CBI रिमांड आर्डर कॉपी में किए गए अहम खुलासे...

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से सीबीआई ने दिल्ली की शराब नीति में कथित घोटाले को लेकर रविवार को दिन भर पूछताछ की और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. सोमवार को उन्हें सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें सीबीआई की रिमांड पर भेज दिया गया. रिमांड आर्डर कॉपी के मुताबिक, ''15 आरोपियों के खिलाफ कथित आबकारी घोटाले में FIR दर्ज की गई जिसमें दिल्ली के सीएम और आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया का नाम भी था. इस पॉलिसी को तैयार करने और उसके क्रियान्वयन के पीछे मकसद था शराब कारोबारी और लाईसेंसधारियों को गलत तरीके से लाभ पहुंचाना.''

रिमांड आर्डर कॉपी में कहा गया है कि, सीबीआई ने इस मामले में सात लोगों के खिलाफ एक चार्जशीट दायर की थी, जिनमें से अभिषेक बोइनपिल्लै और विजय नायर दो आरोपियों की गिरफ्तारी की गई. बाकी के खिलाफ गहनता से जांच जारी है.

कॉपी में कहा गया है कि, जांच में सामने आया कि दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और आबकारी मंत्री होने के बावजूद मनीष सिसोदिया ने इस कथित आबकारी घोटाले में सक्रिय भूमिका अदा की. ग्रुप ऑफ मेंबर का सदस्य होने के साथ-साथ आबकारी मंत्री होने के बावजूद मनीष सिसोदिया ने इस पॉलिसी को लेकर बनाई गई एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट, आम जनता के हितों को ताक पर रखकर कैबिनेट नोट में कुछ बदलाव किए, यानी हेरफेर की गई, जिसका सीधा मकसद शराब कारोबारियों को फायदा पहुंचाना था. ये सब कुछ इसलिए किया गया क्योंकि विजय नायर के जरिए साउथ के ग्रुप से 100 करोड़ रुपये की एडवांस रिश्वत ले ली गई थी ताकि पालिसी लागू होने पर उन्हें फायदा पहुंचाया जा सके.

रिमांड आर्डर कॉपी में कहा गया है कि, जांच में सामने आया कि रिश्वत का ये पैसा हवाला के जरिए हासिल किया गया जिसके पर्याप्त सबूत एजेंसी के पास मौजूद हैं. इन तमाम बिंदुओं पर जब इकट्ठे किए गए सबूत के आधार पर मनीष सिसोदिया से सवाल पूछे गए तो उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिए बल्कि अहम जानकरियां छिपाने की कोशिश की. इसके बाद सिसदिया को हिरासत में लेकर पूछ्ताछ जरूरी थी और इसीलिए उनकी गिरफ्तारी की गई.

रिमांड आर्डर कॉपी में साफ लिखा है कि, आरोपी से पूछताछ सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार CCTV की निगरानी वाली जगह की जाएगी, हर रोज आधे घंटे के लिए आरोपी शाम 6 से 7 बजे के बीच अपने वकील से मिल सकते हैं. हर रोज आरोपी को 15 मिनट के लिए पत्नी से मिलने की इजाजत दी जाएगी और आरोपी से पूछताछ के दौरान किसी भी तरह का थर्ड डिग्री इस्तेमाल नहीं किया जाएगा.

सिसोदिया दो बार पूछताछ में शामिल हुए, लेकिन उन्होंने सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं दिए. सिसोदिया के अधीनस्थ लोगों ने ऐसे तथ्य उजागर किए हैं, जो उनके खिलाफ जाते हैं. कुछ दस्तावेजी सबूत भी ऐसे मिले हैं. जांच के लिए ज़रूरी है कि इन सबके सही जवाब मिलें.



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Couple Gets Life In Jail For Killing Daughter Born Without Ear

A couple was on Monday sentenced to life imprisonment by a court in Indore in Madhya Pradesh for killing their three-month-old daughter, who was born without an ear, and disposing of her body in a garbage dump.

Pappu Rawal (50) and his wife Sangeeta Rawal (45) were convicted under section 302 of the Indian Penal Code for killing their child with a kitchen plier, a prosecution official said.

The child's body was found wrapped in cloth in a garbage heap in Khajrana area here on March 16, 2016.

The child, who was the second daughter of the couple, did not have an ear, due to which they disowned her and killed her, the official said.

However, DNA tests established them as the biological parents and a probe found them guilty.

Assistant District Public Prosecution Officer Avisarika Jain convinced the court about the couple's guilt through circumstantial and scientific evidence, the official said.

(Except for the headline, this story has not been edited by NDTV staff and is published from a syndicated feed.)



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"झूठ बोलो,बार-बार बोलो" : छत्तीसगढ़ के CM का कांग्रेस अधिवेशन में पहनाई गई माला को लेकर बीजेपी पर तंज

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस के रविवार को सम्पन्न हुए राष्ट्रीय सम्मेलन में पार्टी संचालन समिति के सदस्यों को बांस एवं घास से बनी माला पहनाने को सोने की माला बताकर प्रचारित किए जाने पर भारतीय जनता पार्टी (BJP)पर तंज कसा है. बघेल ने आज बांस एवं घास से बनी माला को बनाने वाले बैगा आदिवासी परिवार का वीडियो ट्वीट कर कहा, "..झूठ बोलो,बार बार बोलो,जितना जोर से बोल सकते हो,उतना बोलो...इस सूत्र पर चलने वाले इस अनमोल तोहफे का भी अपमान कर रहे है,साथ ही प्रकृति पुत्रों पुत्रियों की कला और छत्तीसगढ़ की संस्कृति की भी." उन्होने कहा कि आखिर छत्तीसगढ़ के लोगो,यहां की संस्कृति से भाजपा को इतनी नफरत क्यों ?

गौरतलब है कि महाधिवेशन के आखिरी दिन, रविवार को कांग्रेस ने कृषि, सामाजिक न्याय और युवा मामलों संबंधी तीन प्रस्ताव भी पारित किए. पार्टी ने यहां महाधिवेशन में जारी संकल्प पत्र ‘रायपुर की हुंकार' में कहा कि छत्तीसगढ़, राजस्थान, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मिजोरम और तेलंगाना विधानसभा चुनावों के नतीजे 2024 के लोकसभा चुनाव की दिशा तय करेंगे. मुख्य विपक्षी दल ने कहा, ‘‘इस वर्ष कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मिज़ोरम, राजस्थान और तेलंगाना में महत्वपूर्ण विधानसभा चुनाव होंगे. हमारी जीत सुनिश्चित करने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को अनुशासन, एकजुटता और पूरी एकता के साथ काम करना चाहिए.''

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी अपने संबोधन में कहा कि मौजूदा समय में पार्टी के समक्ष कई चुनौतियां हैं, जिनसे निपटने के लिए एकता, अनुशासन और दृढ़ संकल्प की जरूरत हैकांग्रेस ने अपने नेताओं से एकजुटता और अनुशासन की अपील ऐसे समय की है, जब कुछ राज्यों में, खासकर राजस्थान में लंबे समय से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच कलह समय-समय पर सामने आती रही है. खरगे ने पार्टी के 85वें महाधिवेशन के समापन पर यह भी कहा कि यह 'नयी कांग्रेस' का आगाज है. (भाषा से भी इनपुट)

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Ab Dilli Dur Nahin: गांव के एक लड़के की चुनौतियों, नाकामियों और साइलेंट लव की कहानी है 'अब दिल्ली दूर नहीं'

विलियम शेक्सपियर ने ठीक ही कहा था कि हमारी नियति तय करने की क्षमता सितारों में नहीं बल्कि खुद में है. कमल चंद्रा की नई फिल्म ‘अब दिल्ली दूर नहीं' इसी विचार को स्थापित करती है. यह फिल्म जिंदगी में सफलता और विफलता की कहानी की पड़ताल करती है. और इसका जरिया बनता है बिहार के गांव का एक सरल और भोला-भाला लड़का. यही लड़का आखिरकार IAS परीक्षा में टॉप स्थान हासिल करता है. 

'अब दिल्ली दूर नहीं' एक इमोशनल ड्रामा फिल्म है. रिलीज के लिए तैयार इस फिल्म की कहानी में गहराई है. बिहार के एक छोटे-से शहर का लड़का अभय शुक्ला शीर्ष पाने की चाहत में दिल्ली पहुंचता है. अभय एक ऐसे परिवार से आता है, जो मुश्किलों से जूझ रहा है. अभय का लक्ष्य है आईएएस परीक्षा में शामिल होना और कामयाबी हासिल करना. लेकिन वह ये काम खुद के लिए नहीं, बल्कि परिवार को गरीबी के चंगुल से बाहर निकालने के लिए करता है. अभय की राह मुश्किलों से भरी हुई हैं. उसका सामना चुनौतीपूर्ण सामाजिक मानदंडों से होता है. वह राजनीतिक से लेकर सांस्कृतिक विडंबनाओं से दो-चार होता है. दरअसल, ‘अब दिल्ली दूर नहीं' अभय के आईएएस बनने के लिए संघर्ष और उसके सामने आई चुनौतियों पर आधारित सटीक कहानी है.

फिल्म के अभिनेता इमरान ज़ाहिद कमाल के कलाकार हैं. वे ‘द लास्ट सैल्यूट' जैसे प्रतिष्ठित नाटक में काम कर चुके हैं. ये नाटक इराकी पत्रकार मुंतधर अल-जैदी की किताब ‘द लास्ट सैल्यूट टू प्रेसिडेंट बुश' पर आधारित है. इसके साथ ही ज़ाहिद ने महेश भट्ट की फिल्म अर्थ, डैडी और हमारी अधूरी कहानी पर आधारित कई अन्य नाटकों में भी अभिनय किया है. 'अब दिल्ली दूर नहीं' फिल्म में इमरान ज़ाहिद ने अभय शुक्ला के चरित्र और कहानी को जीवंत बना दिया है. खास बात ये है कि ज़ाहिद भी बिहार से आते हैं. इसी वजह से ऐसा मालूम पड़ता है कि चरित्र को निभाते हुए वे उसी में रच-बस गए हैं. किरदार को लेकर उनमें गहरी समझ दिखती है और वे एकदम नैचुरल लगते हैं.

दरअसल, फिल्म 'अब दिल्ली दूर नहीं' एक रिक्शा चालक के बेटे की कहानी से प्रेरित है, जिनका नाम गोविंद जायसवाल है. गोविंद का 2007 में सिविल सेवा में सेलेक्शन हुआ था और वे आईएएस अधिकारी बने. किरदार को जीवंत बनाने के लिए ज़ाहिद ने गोविंद जायसवाल से भी मुलाकात की और उन्हें करीब से समझा. ज़ाहिद कहते हैं कि गोविंद जी से मिलना काफी प्रेरणादायक था. उन्होंने खुद के जीवन से जुड़ी जो बातें मुझसे साझा कीं, उनसे उनके चरित्र को समझने में सहूलियत तो हुई ही, उनकी इच्छाशक्ति के बारे में भी बखूबी जाना. 

फिल्म का निर्माण जाने-माने निर्माता विनय भारद्वाज ने शाइनिंग सन स्टूडियोज के बैनर तले किया है. वहीं एक्ट्रेस श्रुति सोढ़ी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही एक पंजाबी लड़की की भूमिका में हैं. श्रुति ने जनवरी 2015 में रिलीज तेलगू फिल्म ‘पटास' से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी और अब तक ‘हैप्पी गो लकी', ‘मिस्टर एंड मिसेज 420', ‘वैशाखी लिस्ट' और ‘दिल विल प्यार व्यार' जैसी पंजाबी फिल्मों में काम किया है. बता दें, अब दिल्ली दूर नहीं 12 मई 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है.



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"Many Manish Sisodias Behind Bars": Ashok Gehlot

A day after the CBI arrested Delhi Deputy Chief Minister Manish Sisodia, Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot on Monday said "many Sisodias" have been arrested in the country but people don't get to know about them.

There is "terror" of Central Bureau of Investigation (CBI), Enforcement Directorate (ED), and Income Tax department in the country, while the judiciary and Election Commission are under pressure, he claimed.

Mr Sisodia was arrested by the CBI on Sunday evening in connection with alleged corruption in the formulation and implementation of the now-scrapped Delhi excise policy 2021-22.

A special court in Delhi on Monday sent him to five-day CBI custody for effective interrogation to unravel the alleged scam.

"Many Sisodias have been arrested in the country," Mr Gehlot told reporters in Sikar in response to a question.

People don't find out about them. They found out about Mr Sisodia's arrest because he is a deputy chief minister, he said.

"There are many such instances where journalists, writers and litterateurs have been put behind bars. The general public will have to think about what is happening in the country," he said.

Delhi's ruling AAP claims Mr Sisodia is innocent and has been arrested due to political vendetta. The party on Monday staged protests across the country against Mr Sisodia's arrest.

Mr Gehlot further claimed there is "terror" of central probe agencies and an atmosphere of tension and violence prevails in the country.

"There is severe inflation, unemployment, an atmosphere of tension and violence in the country, there is terror of ED, Income Tax department and CBI. The judiciary and the Election Commission are under pressure and the gap between the rich and the poor is growing. These issues have shaken the whole country," the chief minister said.

"The government of India is not paying attention to this. All... issues are of great importance. It is its duty to pay attention to them when the Opposition raises them through dharnas, demonstrations and yatras ... like (Congress leader) Rahul Gandhi did," he said.

It is the country's misfortune that these "fascist" people, who have no faith in democracy, have formed the government by putting on the mask of democracy.

Referring to the Rajasthan government's Chiranjeevi Health Insurance Scheme and other welfare initiatives, Mr Gehlot said these measures are being discussed across the country and the state has set an example.

(Except for the headline, this story has not been edited by NDTV staff and is published from a syndicated feed.)



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Sunday, February 26, 2023

Kerala Temple Introduces Mechanical Elephant For Performing Rituals

In a first in Kerala, a life-like mechanical elephant was on Sunday dedicated to the deity in a temple near here for performing daily rituals from now on, instead of a real pachyderm.

People for the Ethical Treatment of Animals (PETA) India joined hands with award-winning actor Parvathy Thiruvothu, and held the 'Nadayiruthal' ceremony of 'Irinjadappilly Raman', a robotic elephant, at Irinjadappilly Sree Krishna Temple in the district.

PETA said Raman will help conduct ceremonies at the temple in a safe and cruelty-free manner and thereby supports real elephants' rehabilitation and lives in forests and end the horror of captivity for them.

"An inaugural ceremony held today was followed by a performance by the percussion ensemble led by Peruvanam Satheesan Marar. Subjecting live elephants to the extreme loudness of the timpani is cruel, as it is damaging and distressing for live elephants," PETA said in a release.

Ms Thiruvothu said these days we have access to understanding what animals are forced to endure when humans use them for entertainment.

"It's high time we made stronger and more impactful strides towards stopping such abuse and letting animals have respectful and dignified lives... I am delighted to support PETA India in helping Sree Krishna Temple worshippers experience the joy and sanctity of religious functions in an exciting, modern, and conscientious manner," she was quoted in the release.

Head priest of the temple Rajkumar Namboothiri said they were "extremely happy and grateful" to receive the mechanical elephant which will help them to conduct rituals and festivals in a cruelty-free manner and hoped that other shrines also consider replacing live elephants for rituals.

PETA claimed most elephants in captivity in the country, including in Kerala, are being held illegally or have been transported to a different state without permission.

The frustration of captivity leads elephants to develop and display abnormal behaviour, PETA said, adding that, at their wit's end, frustrated elephants often snap and try to break free, running amok and so harming humans, other animals, and property.

"According to figures compiled by the Heritage Animal Task Force, captive elephants killed 526 people in Kerala in a 15-year period. Thechikkattukavu Ramachandran, who has been in captivity for about 40 years and is one of the most often used elephants in Kerala's festival circuit, has reportedly killed 13 individuals-- six mahouts, four women, and three elephants," the release said.

PETA urged all venues and events using elephants to switch to lifelike mechanical elephants or other means in place of real elephants.

It also called for retiring elephants already in captivity to sanctuaries where they can live unchained and in the company of other elephants, healing psychologically and physically from the trauma of years of isolation, captivity, and abuse.

(Except for the headline, this story has not been edited by NDTV staff and is published from a syndicated feed.)



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