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NIA questioned Tahawwur Rana: मुंबई 26-11 आतंकी हमले के मामले में अमेरिका से प्रत्यर्पित होकर भारत लाए गए तहव्वुर राणा से राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) की टीम लगातार पूछताछ कर रही है. शनिवार को तहव्वुर राणा से लगातार दूसरे दिन की पूछताछ हुई. इससे पहले शुक्रवार को NIA ने तहव्वुर राणा करीब तीन घंटे की पूछताछ की थी. सूत्रों ने शनिवार को बताया कि एनआईए अधिकारियों की एक टीम राणा से पूछताछ कर रही है ताकि 16 साल पहले देश को झकझोर देने वाले हमलों के पीछे उसकी वास्तविक भूमिका का पता लगाया जा सके.
बताया जा रहा है कि जांच एजेंसी द्वारा जांच के दौरान जुटाए गए विभिन्न सबूतों के आधार पर राणा से पूछताछ की जा रही है, जिसमें उसके और सह-साजिशकर्ता डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी के बीच बड़ी संख्या में फोन कॉल शामिल हैं. अमेरिकी नागरिक हेडली वर्तमान में अमेरिका की जेल में बंद है.
सूत्रों ने बताया कि राणा से उन लोगों के बारे में भी पूछताछ की जाएगी जिनसे उसने मुलाकात की थी, विशेष रूप से दुबई में एक कथित प्रमुख संपर्क के बारे में, जिसके बारे में कहा जाता है कि वह मुंबई आतंकवादी हमलों की साजिश के बारे में जानता था.
पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक राणा (64) से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के अधिकारियों के साथ उसके संदिग्ध संबंधों और आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के साथ उसके संबंधों के बारे में भी पूछताछ की जाएगी, जिसने हमलों की साजिश रची थी.
उन्होंने बताया कि जांच अधिकारियों को उम्मीद है कि 26 नवंबर 2008 को देश की वित्तीय राजधानी में हुए हमले से पहले उत्तरी और दक्षिणी भारत के कुछ हिस्सों में उसकी यात्राओं के बारे में कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिलेंगे.
शुक्रवार की सुबह अदालत के फैसले के तुरंत बाद एनआईए द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘राणा 18 दिनों तक एनआईए की हिरासत में रहेगा, इस दौरान एजेंसी उससे 2008 के घातक हमलों के पीछे की पूरी साजिश का पता लगाने के लिए विस्तार से पूछताछ करेगी, जिसमें कुल 166 लोग मारे गए थे और 238 से अधिक घायल हुए थे.''
आतंकवाद रोधी एजेंसी ने अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद राणा के बृहस्पतिवार शाम इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया था और फिर पटियाला हाउस स्थित एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया था.
एनआईए ने अदालत में दावा किया कि उसे संदेह है कि राणा ने कई भारतीय शहरों को निशाना बनाने के लिए 26/11 मुंबई हमलों जैसी आतंकी साजिश रची थी. अपने आदेश में अदालत ने एनआईए को हर 24 घंटे में राणा की चिकित्सा जांच कराने और हर दूसरे दिन उसे अपने वकील से मिलने की अनुमति देने का भी निर्देश दिया.
राणा पर षड्यंत्र, हत्या, आतंकवादी कृत्य करने और जालसाजी सहित कई अपराधों के आरोप लगाए गए हैं. वर्ष 2009 में मामला दर्ज करने के बाद एनआईए की जांच में हमलों को अंजाम देने में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह हरकत-उल जिहादी इस्लामी (हूजी) के आतंकियों की भी भूमिका पाई गई थी.
यह भी पढ़ें - NIA के ये दो सीनियर अफसर शातिर तहव्वुर से उगलवा रहे हर एक राज, इनके बारे में डिटेल में जाने
Bihar Weather Update: यदि आप बिहार में हैं तो सावधान हो जाइए. क्योंकि बिहार में आसमान से मौत बरस रही है! बिहार के अलग-अलग जिलों में पिछले दो दिन के अंदर 60 से ज्यादा लोग काल के गाल में समा गए हैं. कई जख्मी है. जो अस्पताल में तड़प रहे हैं. और बिहार में मचे इस मौसमी कोहराम के पीछे वजह बताया जा रहा है काल बैसाखी को. आखिर क्या है ये काल बैसाखी जो बिहार के लोगों के लिए बन गई काल. आइए जानते हैं. आसान भाषा में.
आसान भाषा में समझें तो काल बैसाखी का मतलब बैसाख महीने में आने वाले आंधी-तूफान, बारिश और ओलावृष्टि से है. ये एक मौसमी घटना है, जो मुख्य रूप से पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत (जैसे बिहार, पश्चिम बंगाल और असम) में बैसाख महीने यानी अप्रैल से मई के बीच में होती है. ये तेज हवाओं, भारी बारिश और कभी-कभी ओलावृष्टि के साथ आने वाली आंधी-तूफान है.
वैज्ञानिक नजरिए से देखें तो गर्मी शुरू होने पर गर्म हवा ऊपर उठती है और ठंडी, नम हवा से टकराती है. इससे आसमान में घने काले बादल बनते हैं, तेज हवा चलती है और जोरदार बारिश होती है. ये तूफान अचानक आता है और थोड़े समय के लिए रहता है.
कई बार ये फसलों के लिए फायदेमंद भी होता है, लेकिन कई बार तेज हवा और ओले नुकसान फसलों को भारी नुकसान भी पहुंचाते हैं. जैसे इस बार पहुंचाया है. बिहार के 20 जिलों में मौसम की मार ने लोगों को परेशान कर दिया है. इसके साथ ही ये हादसों की वजह भी बन गया है.
बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक x पोस्ट के जरिए सरकार से लोगों की मदद करने की अपील की है. उन्होंने X पर लिखा- 'बिहार में आंधी, तूफान, बारिश, वज्रपात, वृक्ष व दीवार गिरने की विभिन्न घटनाओं में हुई 50 से अधिक दुखद मौतों से मर्माहत हूँ. सभी मृतकों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त करता हूँ. ईश्वर आपदा से प्रभावित परिवारों को दुःख की इस घड़ी में संबल प्रदान करें. बिहार सरकार से माँग है कि वह सभी पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा प्रदान करे.'
ओलावृष्टि, भारी बारिश औरआंधी-तूफान के ट्रिपल अटैक के कारण पेड़ गिर रहे हैं, बिजली के खंभे टूट रहे हैं और घरों की छतें उड़ रही हैं...घरों की दीवारें टूट रही हैं...जो हादसों की वजह बन रही है. बिहार के नालंदा में तो गुरुवार को एक ही दिन में 23 लोग मौत की नींद सो गए. पूरे शहर में चीख पुकार मच गई थी.
सावधानी बरतें और सुरक्षित स्थानों पर ही रहें. अगर बहुत ज्यादा जरूरी ना हो तो खराब मौसम में घर से बाहर न निकलें...कुछ भी ऐसा काम ना करें...जिससे आपकी जान पर संकट खड़ा हो जाए...क्योंकि ये जिंदगी ना मिलेगी दोबारा.
यह भी पढ़ें - बिहार के नालंदा में आखिर ये हुआ क्या, बारिश-आंधी के कहर ने ली 22 लोगों की जान
Herbal Products At Huge Discount: आज के समय में नेचुरल प्रोडक्ट्स का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है, और इसके पीछे कई कारण हैं. हर्बल चाय से लेकर केमिकलफ्री स्किनकेयर तक, यह बदलाव साफ है. अब, Flipkart के हर्बल पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स पर स्पेशल छूट मिल रही है. नेचुरल प्रोडक्ट्स का बढ़ता ट्रेंड यह भी दिखाता है कि यूजर अब अपनी सेहत और सुंदरता से जुड़ी चीजों में अधिक सजग और जागरूक हो गए हैं. लोग ड्यूरेबल लाइफस्टाइल अपनाने और एनवायरनमेंट को नुकसान पहुंचाए बिना अपनी जरूरतों को पूरा करने पर जोर दे रहे हैं. यह बदलाव न केवल व्यक्तियों के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह समाज और पृथ्वी के लिए भी सकारात्मक प्रभाव डालता है.
ऐसे ही Himalaya ब्रांड, जो लाखों लोगों द्वारा भरोसेमंद हैं और आयुर्वेद में आधारित हैं. सबसे अच्छी बात? अब ये ऐसी कीमतों पर उपलब्ध हैं जो आपको इन्हें आज़माने, दोबारा खरीदने, या दूसरों से बांटने के लिए प्रेरित करती हैं. बाल झड़ने के सोल्यूशन और दैनिक आवश्यक चीजें अब भारी छूटों के साथ उपलब्ध हैं, तो अब सॉलिड केमिकल को पौधों की अच्छाई से बदलने का सही समय है. और अगर आपने पहले कभी हर्बल प्रोडक्ट्स नहीं आज़माए, तो ये एक बढ़िया मौका है – आत्मविश्वास और बचत दोनों के साथ.
SNo. | Top 12 Deals On Herbal Personal Care | Price | Link |
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1 | Patanjali Dant Kanti Medicated Oral Gel (100g) | ₹43 | Buy Now |
2 | Himalaya Ayurveda Sandal Glow Soap (125g) | ₹49 | Buy Now |
3 | Medimix Ayurvedic Anti Pimple Face Wash (175ml) | ₹102 | Buy Now |
4 | Dabur Dant Rakshak Ayurvedic Paste (350g, Pack of 2) | ₹109 | Buy Now |
5 | Himalaya Gentle Baby Soap Value Pack (4 x 75g) | ₹147 | Buy Now |
6 | Dabur Almond Intense Repair Shampoo (650ml) | ₹201 | Buy Now |
7 | Dabur Sanitize Antiseptic Soap (Pack of 6) | ₹202 | Buy Now |
8 | Dabur Meswak Toothpaste (Pack of 3) | ₹250 | Buy Now |
9 | Vatika Health Shampoo | ₹330 | Buy Now |
10 | Indulekha Bringha Shampoo | ₹353 | Buy Now |
11 | Meera Anti Dandruff Shampoo | ₹389 | Buy Now |
12 | Himalaya Anti-Hair Fall Shampoo | ₹505 | Buy Now |
यह Patanjali का हर्बल टूथपेस्ट सिर्फ एक दैनिक ज़रूरत नहीं है, बल्कि एक ट्रेडिशनल उपचार है जो एक ट्यूब में बंद है. इसमें श्वेत स्पटिक भस्म और कलमी शोरा मिलाए गए हैं, जो मसूड़ों को मजबूत करने, सेंसिटिविटी को कम करने और दांतों की समस्याएं पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं. इसका ब्लू जैल फॉर्मेट एक ताजगी भरी अनुभूति देता है जो सुबहसुबह आपकी इंद्रियों को जगा देता है.
फायदे:
Chandanadi Ropana Taila के साथ तैयार किया गया यह साबुन आयुर्वेद को समर्पित है. चंदन की फ्रेग्रेन्स स्नान को आनंददायक बना देती है, जबकि इसमें मौजूद हर्बल तेल आपकी स्किन को साफ़ और पोषित करते हैं. यह मेंस और वीमेन दोनों के लिए उपयुक्त है और विशेष रूप से गर्मियों में दैनिक उपयोग के लिए आदर्श है, जब चंदन की ठंडक अत्यंत सुखद लगती है.
फायदे:
जब ऑयली स्किन को आयुर्वेद से मिलाया जाए, तो मिलता है Medimix. यह फेस वॉश वाटर बेस्ड है और विशेष रूप से पिंपल और मुहांसों से निपटने के लिए तैयार किया गया है, बिना स्किन को सुखाए. यह स्किन में नेचुरल शाइन भी लाता है. 102 रुपये में 175ml का यह पैक पर्याप्त है और टीन्स व एडल्ट्स दोनों के लिए उपयुक्त है.
फायदे:
Dabur का यह ड्यूलपैक टूथपेस्ट पूरे परिवार के लिए संपूर्ण ओरल केयर सोल्यूशन है. इसमें लौंग और पुदीना सहित 32 आयुर्वेदिक जड़ीबूटियां हैं. यह फ्लोराइडफ्री पेस्ट दांतों और मसूड़ों की सुरक्षा करता है और सांस को नेचुरल रूप से ताज़ा करता है. यह उनके लिए आदर्श है जो केमिकल फ्री, ट्रेडिशनल देखभाल को प्राथमिकता देते हैं.
फायदे:
बादाम और ऑलिव ऑयल से युक्त यह साबुन पैक बच्चों की नाज़ुक स्किन के लिए डिज़ाइन किया गया है. चार साबुनों का यह पैक कोमल, पोषक और डर्मेटोलॉजिकली टेस्टेड है. मातापिता को इसकी सॉफ्टनेस पसंद आएगी और इसकी अफोर्डेबल कीमत बोनस की तरह है.
फायदे:
Dabur का यह बादाम शैम्पू उन लोगों के लिए बेहतरीन है जिनके बाल ड्राई और डैमेज हैं. इसकी मलाईदार टेक्सचर और बादाम तेल की अच्छाई बालों को पोषण देकर उनकी कोमलता लौटाती है. नियमित उपयोग से बाल टूटना कम होता है और उनमें एक नेचुरल शाइन आती है.
फायदे:
परिवार के लिए उपयुक्त, यह छह साबुनों का पैक स्वच्छता और नमी दोनों देता है. सभी प्रकार की स्किन के लिए उपयुक्त, यह स्किन को सूखा या सॉलिड किए बिना कीटाणुओं से सुरक्षा करता है. इसकी कोमलता इसे सेंसेटिव स्किन वालों के लिए भी उपयुक्त बनाती है.
फायदे:
यह टूथपेस्ट मिसवाक जड़ीबूटी की प्राचीन शक्ति को मॉडर्न दंत चिकित्सा में लाता है. एंटीबैक्टीरियल और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुणों से युक्त, यह फ्लोराइडफ्री विकल्प दांतों के कीड़े, मसूड़ों की समस्याओं और सांसों की बदबू से लड़ता है.
फायदे:
Vatika शैम्पू में आमला, शिकाकाई और गुड़हल समेत सात नेचुरल तत्व मिलाए गए हैं, जो पोषण, वॉल्यूम और कोमलता प्रदान करते हैं. यह सभी प्रकार के बालों के लिए उपयुक्त है और फ्रिज़ को कम करता है.
फायदे:
भृंगराज, आमला और रोज़मेरी से युक्त यह आयुर्वेदिक क्लेंज़र बाल झड़ने और पतलेपन की जड़ों तक सफाई करता है. इसमें कोई आर्टिफिशियल फ्रेग्रेन्स या रंग नहीं है, और यह नेचुरल अर्क से आपके स्कैल्प को पोषण देता है.
फायदे:
मीरा शैम्पू में छोटे प्याज और मेथी का अद्वितीय मिश्रण होता है जो नेचुरल रूप से डैंड्रफ से लड़ता है. यह स्कैल्प की खुजली, परतदारपन और रूखापन को ठीक करता है और बालों को कंडीशन करता है.
फायदे:
भृंगराज और पलाश अर्क से भरपूर, यह Himalaya शैम्पू बाल झड़ने की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए आदर्श है. यह नेचुरल प्रोटीन तकनीक का उपयोग करता है जो बालों की जड़ों को मजबूत करता है और बालों में बाउंस लाता है.
फायदे:
आज के समय में जब प्रोडक्ट्स में अनगिनत केमिकल और झूठे वादे भरे रहते हैं, तब यह सुकून देने वाला है कि कुछ पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स नेचुरलता और अफोर्डेबिलिटी दोनों को अपनाते हैं. Flipkart की हर्बल और नेचुरल प्रोडक्ट्स पर डील्स, जैसे कि Patanjali डंत कांति जैल, मेडिमिक्स आयुर्वेदिक फेस वॉश, Dabur बादाम शैम्पू, Himalaya एंटी हेयर फॉल शैम्पू आदि. यह साबित करती हैं कि कोमल देखभाल महंगी नहीं होनी चाहिए. भृंगराज और पलाश जैसे सिद्ध तत्वों के साथ, ये प्रोडक्ट्स आपकी असली समस्याओं को बिना किसी अनावश्यक केमिकल फ्री के हल करते हैं. चाहे आप पहली बार हर्बल प्रोडक्ट्स आज़मा रहे हों या अपने पसंदीदा प्रोडक्ट्स का स्टॉक बढ़ा रहे हों. Flipkart की यह पेशकश आपको बेहतर खरीदारी, समझदारी से खर्च और नेचुरल देखभाल का मौका देती है. आज ही खरीदारी करें.
Moong Dal Benefits In Hindi: हरी मूंग की दाल मतलब शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन की खान. हरी मूंग की दाल खाने से प्रोटीन की कमी को दूर किया जा सकता है. आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि दाल में चिकन-मटन से ज्यादा प्रोटीन होता है. प्रोटीन की भरपूर मात्रा बच्चों से लेकर बूढ़ों तक को तंदुरुस्त बनाए रखती है. हरी मूंग की दाल की पौष्टिकता और उसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों पर रोशनी डालते हुए पंजाब स्थित बाबे के आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के बीएएमएस, एमडी डॉक्टर प्रमोद आनंद तिवारी ने बताया कि हरी मूंग दाल का सेवन सप्ताह में दो से तीन बार जरूर करना चाहिए. इस दाल में नॉनवेज से भी ज्यादा प्रोटीन होता है.
1. मांसपेशियों-
डॉक्टर तिवारी ने बताया, “मूंग दाल के सेवन से मांसपेशियों के साथ ही हड्डियों को भी मजबूती मिलती है. इसमें पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन के साथ ही फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन बी, बी6, फोलेट, कॉपर, जिंक और पोटैशियम भी पाए जाते हैं, जिसका सेवन करना फायदेमंद होता है."
2. पाचन-
"हरी मूंग की दाल के सेवन से टिशू की मरम्मत जल्दी होती है. इसमें मौजूद फाइबर की वजह से पाचन तंत्र ठीक से काम करता है.
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3. कब्ज-
यदि आपको कब्ज की समस्या है, तो मूंग दाल का सेवन इस परेशानी से मुक्ति दिला सकता है. इसके पचने में ज्यादा समय नहीं लगता, जबकि चिकन-मटन खाते हैं, तो उसके पाचन में काफी समय लगता है.”
4. हार्ट-
आयुर्वेदाचार्य का मानना है कि हरी मूंग की दाल के सेवन से कई समस्याओं को लंबी छुट्टी पर भेजा जा सकता है. यह कब्ज की समस्या से मुक्ति दिलाने के साथ ही हृदय के लिए भी काफी फायदेमंद होती है.
5. कोलेस्ट्रॉल-
दाल में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को बढ़ने नहीं देते हैं."
कैसे करें इसे डाइट में शामिल- ( How To Add In Diet)
इसका सेवन काफी सरल है. इसे नाश्ते में लेने के साथ ही मील में भी शामिल कर सकते हैं.
Epilepsy Treatment: मिर्गी क्या है? कारण, लक्षण, इलाज | किन लोगों को होती है? डॉ. नेहा कपूर से जानिए
अमेरिका के दिग्गज उद्योगपति एलन मस्क के स्वामित्व वाले सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स और केंद्र सरकार के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक्स द्वारा 'सहयोग' पोर्टल को "सेंसरशिप पोर्टल" बताए जाने पर केंद्र ने कर्नाटक हाई कोर्ट में अपनी आपत्ति दर्ज कराई है. केंद्र ने तर्क दिया कि एक्स ने आईटी अधिनियम के प्रमुख प्रावधानों विशेष रूप से धारा 69ए और धारा 79(3)(बी) के बीच के अंतर की गलत व्याख्या की है. केंद्र सरकार ने कर्नाटक हाई कोर्ट में एक हलफनामा दाखिल किया है और एक्स के आरोपों को खारिज कर दिया है.
एक्स का तर्क है कि धारा 79(3)(बी) सरकार को ब्लॉकिंग करने का आदेश जारी करने का अधिकार नहीं देती है, क्योंकि यह अधिकार विशेष रूप से धारा 69ए के तहत आता है.
केंद्र ने एक्स के आरोपों को खारिज करते हुए जोर देकर कहा कि प्लेटफॉर्म द्वारा "सेंसरशिप पोर्टल" और "ब्लॉकिंग ऑर्डर" जैसे शब्दों का उपयोग भ्रामक और कानूनी रूप से गलत है.
केंद्र ने अपने हलफनामे में कहा, "सेंसरशिप की निराधार चिंता जताकर एक्स खुद को एक यूजर के रूप में दर्शाने की कोशिश कर रहा है, जो वह नहीं है. सहयोग को सेंसरशिप पोर्टल कहना भ्रामक और अस्वीकार्य है."
साथ ही केंद्र ने जोर दिया कि आईटी नियम 2021 के नियम 3(1)(डी) के साथ धारा 79(3)(बी) के तहत हटाए जाने के नोटिस ब्लॉकिंग ऑर्डर के बजाय हटाने के अनुरोध हैं.
सरकार ने हलफनामे में कहा, "आईटी अधिनियम की धारा 79 के तहत इसे एकमात्र कानूनी सुरक्षा प्राप्त है, जो इसे कंटेंट रेगुलेशन के संबंध में सरकार के निर्णयों में हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं देती है."
सरकार ने स्पष्ट किया कि उसके 31 मार्च 2023 के ऑफिस मेमोरेंडम में "टेम्पलेट ब्लॉकिंग ऑर्डर" का उल्लेख नहीं है, जैसा एक्स ने आरोप लगाया है. इसके बजाय यह स्थापित प्रक्रियाओं के अनुरूप सामग्री हटाने के अनुरोधों के लिए एक नमूना टेम्पलेट प्रदान करता है.
कानूनी ढांचे का बचाव करते हुए केंद्र ने तर्क दिया कि धारा 79(3)(बी) कानूनी आदेशों के अनुपालन को सुनिश्चित करते हुए प्लेटफॉर्म दायित्व और फ्री स्पीच को संतुलित करती है.
इसके विपरीत धारा 69ए सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा, सार्वजनिक व्यवस्था और संप्रभुता से संबंधित विशिष्ट परिस्थितियों में ऑनलाइन सामग्री तक पहुंच को अवरुद्ध करने का अधिकार देती है.
सरकार ने कहा कि एक्स अदालत को गुमराह करने के लिए दो अलग-अलग कानूनी प्रावधानों को मिलाने का प्रयास कर रहा है.
सरकार ने अपने हलफनामे में कहा, "यह प्रस्तुत किया गया है कि सेंसरशिप की निराधार चिंता को उठाकर याचिकाकर्ता अपनी स्थिति को उस यूजर की स्थिति के साथ मिलाने का प्रयास कर रहा है जो उसके प्लेटफ़ॉर्म पर सामग्री पोस्ट करता है, जो कि वह नहीं है. यह प्रस्तुत किया गया है कि एक्स जैसे विश्वव्यापी पोर्टल द्वारा उक्त शब्दावली का उपयोग दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है." इस मामले में अब 3 अप्रैल को सुनवाई होगी.
एक्स ने कर्नाटक हाई कोर्ट में तर्क दिया था कि सहयोग पोर्टल और संबंधित सरकारी कार्रवाइयां आईटी अधिनियम और श्रेया सिंघल बनाम भारत संघ में सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले द्वारा स्थापित वैधानिक ढांचे को दरकिनार करती हैं.
दिल्ली में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार ने एक्शन प्लान तैयार किया है. इस योजना के तहत सरकार ड्रोन मिस्ट स्प्रिंकलर्स का उपयोग करके वायु प्रदूषण को कम करने का प्रयास करेगी. इसके अलावा, कई इलाकों में आउटडोर एयर प्योरीफायर और नए एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम भी स्थापित किए जाएंगे.
प्रदूषण के हॉटस्पॉट में ड्रोन मिस्ट स्प्रिंकलर्स और अन्य आधुनिक तकनीकी का प्रयोग किया जाएगा. इसके अलावा, धूल को कम करने के लिए पोल स्प्रिंकलर्स का उपयोग किया जाएगा, जिससे वायु प्रदूषण में कमी आएगी.
दिल्ली में पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण कम करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं. इनमें से कुछ प्रमुख योजनाएं हैं:
पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने घोषणा की है कि प्रदूषण को कम करने के लिए आपातकालीन कदम उठाने के लिए 300 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पिछली सरकारों की तरह कागज पर नीतियां नहीं बनाएगी, बल्कि जमीनी स्तर पर काम करेगी. यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण की समस्या का समाधान करने में मदद कर सकता है.
कर्ज में डूबी टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन-आइडिया को सरकार ने बड़ी राहत दी है. सरकार कंपनी पर स्पेक्ट्रम नीलामी का बकाया 36,950 करोड़ रुपए इक्विटी में बदलेगी. जिससे वोडाफोन आइडिया में सरकार की हिस्सेदारी 22.6 प्रतिशत से बढ़कर 48.99 प्रतिशत हो जाएगी. कंपनी ने रविवार को यह जानकारी दी. सरकार वर्तमान में 22.6 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ कर्ज में डूबी वोडाफोन आइडिया में पहले से ही सबसे बड़ी शेयरधारक है. अब उसका शेयर आधे के करीब हो जाएगा.
वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (VIL) ने शेयर बाजार को सरकार की तरफ से अतिरिक्त हिस्सेदारी लेने की सूचना दी. कंपनी ने कहा, 'दूरसंचार क्षेत्र के लिए सितंबर 2021 में घोषित सुधार और समर्थन पैकेज के अनुरूप स्पेक्ट्रम नीलामी राशि बकाया है. इसमें स्थगन अवधि खत्म होने के बाद चुकाए जाने वाले बकाए भी शामिल हैं. संचार मंत्रालय ने बकाए को भारत सरकार को जारी किए जाने वाले इक्विटी शेयरों में बदलने का फैसला किया है. इक्विटी शेयरों में परिवर्तित की जाने वाली कुल राशि 36,950 करोड़ रुपये है.'
वोडाफोन आइडिया ने कहा कि उसे भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) एवं अन्य प्राधिकरणों से आवश्यक आदेश जारी होने के बाद 30 दिनों के भीतर 10 रुपये के अंकित मूल्य वाले 3,695 करोड़ इक्विटी शेयर 10 रुपये के निर्गम मूल्य पर जारी करने का निर्देश दिया गया है.
कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, 'नए इक्विटी शेयर जारी होने के बाद कंपनी में भारत सरकार की हिस्सेदारी मौजूदा 22.60 प्रतिशत से बढ़कर लगभग 48.99 प्रतिशत हो जाएगी.' इसके साथ ही वोडाफोन आइडिया ने कहा कि उसके प्रवर्तकों के पास कंपनी का परिचालन नियंत्रण बना रहेगा.
उल्लेखनीय है कि कर्ज में डूबी दूरसंचार कंपनी स्पेक्ट्रम नीलामी की राशि का सरकार को भुगतान नहीं कर पाई थी. जिसके बाद कंपनी ने बकाया भुगतान के एवज में सरकार को 22.6 प्रतिशत हिस्सेदारी सौंपी थी. लेकिन इसके बाद भी कंपनी ने बकाए का भुगतान नहीं किया. जिसे अब इक्विटी में बदलने से सरकार की हिस्सेदारी और बढ़ जाएगी.
गर्मियों ने दस्तक दे दी है और इसी के साथ जरूरत है अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की. अपनी डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करने की जो आपको अंदर से फिट तरोताजा और हाइड्रेटेड रखें. गर्मी में अक्सर हम ऐसी चीजों की तलाश में रहते हैं जो हमारे गले को तर रखें. लेकिन अगर बात सेहत की हो तो ऐसे में फलों के जूस का सेवन करना ज्यादा हेल्दी ऑप्शन होता है.
अगर आप भी हेल्दी ऑप्शन की तलाश मे हैं तो अनार का जूस आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. अनार के जूस का सेवन आपकी सेहत के लिए बेहद लाभदायी है. इसमें आवश्यक पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. अनार के जूस का सेवन सेहत के साथ-साथ स्किन को भी बेहतर बनाने में मदद करता है. आइए जानते हैं 1 महीने तक अनार का जूस पीने के फायदों के बारे में.
बॉडी फैट को करना है कम तो रोज खाएं ये 4 ड्राई फ्रूट्स, 32 से 28 की हो जाएगी कमर
अनार के जूस का सेवन हार्ट हेल्थ के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है. इसका जूस सीने की जलन को कम करने में मदद कर सकता है. इसके जूस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आपको हेल्दी बनाए रखने में मदद करते हैं.
अगर आप वेट लॉस की कोशिश कर रहे हैं तो अनार के जूस का सेवन आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है. अनार पॉलीफेनोल्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने और फैट को बर्न करने में मदद कर सकता है.
अनार के जूस का लगातार सेवन करने से इसका असर आपकी स्किन की रंगत पर भी पड़ता है. इसमें विटामिन सी पाया जाता है जो चेहरे पर पड़े दाग-धब्बों को हल्का करने में स्किन को ग्लोइंग बनाने में मदद कर सकता है.
अनार के जूस में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो फ्री रेडिकल्स से होने वाले डैमेज से बचाव करने में मदद कर सकते हैं. जब आपका इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होता है तो यह आपको मौसमी बीमारियों और इंफेक्शन आदि का खतरा कम करने में मदद कर सकता है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) अपनी सादगी के लिए जानी जाती हैं, फिर चाहे देश हो या विदेश. ममता बनर्जी ब्रिटेन की आधिकारिक यात्रा पर हैं. बावजूद इसके न उनका अंदाज बदला है और न ही लिबास. ममता बनर्जी को हम देश में जिन परिधानों में देखते हैं, वैसे ही परिधान में वे लंदन में भी नजर आई हैं. विदेश से उनके देसी अंदाज वाला एक वीडियो सामने आया है, जिसमें ममता बनर्जी जॉगिंग करती दिख रही हैं. सोशल मीडिया पर उनका यह वीडियो बहुत ही पसंद किया जा रहा है. इस दौरान फिटनेस के प्रति उनका क्रेज भी झलकता है.
ममता बनर्जी इस वीडियो में हरी बॉर्डर वाली साड़ी और अपने चिर-परिचित अंदाज में चप्पल पहने नजर आ रही हैं. लंदन के सर्द मौसम के कारण बनर्जी ने काले रंग का ‘कार्डिगन' पहन रखा था और उन्होंने शॉल भी ओढ़ा हुआ था. साथ ही उनके साथ इस वीडियो में बड़ी संख्या में लोग नजर आ रहे हैं.
अपनी किसी विदेश यात्रा के दौरान साड़ी पहनकर ममता के ‘जॉगिंग' करने का यह पहला मामला नहीं है. 2023 में स्पेन की आधिकारिक यात्रा के दौरान मैड्रिड में उन्हें साड़ी और चप्पल पहनकर टहलते देखा गया था. बनर्जी रविवार को लंदन पहुंची थीं.
सोमवार को ‘एक्स' पर साझा की गई एक पोस्ट में बनर्जी ने कोलकाता और लंदन के बीच ऐतिहासिक जुड़ाव का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘बंगाल और ब्रिटेन के बीच सदियों पुराना रिश्ता है, जो इतिहास, संस्कृति और वाणिज्य में अपनी जड़े जमाये हुए है.''
उन्होंने कहा, ‘‘कल जब हम लंदन पहुंचे, तो हमने एक ऐसे शहर में कदम रखा, जो कोलकाता की तरह ही अपने अतीत को संजोये हुए है, साथ ही वर्तमान की गतिशीलता को भी खुद में सहेजे हुए है. दिन के कार्यक्रम शुरू होने से पहले, मैंने लंदन की भव्यता में खुद को सराबोर करने के लिए कुछ वक्त बिताया.''
कोलकाता, जिसे पूर्व में कलकत्ता के नाम से जाना जाता था, 1911 तक ब्रिटेन शासित भारत की राजधानी थी.
बाद में, बनर्जी ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम के. दोराईस्वामी द्वारा आयोजित ‘इंडिया हाउस' में एक जलपान कार्यक्रम में शरीक हुईं.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बंगाल दीवार खड़े करने में नहीं, बल्कि लोगों को जोड़ने में हमेशा से विश्वास करता रहा है....''
बनर्जी 22 मार्च को लंदन के लिए रवाना हुई थीं. वह 27 मार्च को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में व्याख्यान देने वाली हैं. उनके 28 और 29 मार्च के बीच भारत लौटने की उम्मीद है. लंदन की यह उनकी दूसरी यात्रा है. उन्होंने पहली यात्रा नवंबर 2017 में की थी.
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के क्षेत्र पर अवैध रूप से कब्जा जारी रखे हुए है, जो उसे खाली करना होगा. ये टिप्पणियां सोमवार को संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पार्वथानेनी हरीश ने संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में अनुकूलता को बढ़ावा देने पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की खुली बहस में कीं. वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के संदर्भ में बोल रहे थे.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पार्वथानेनी हरीश ने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है, और हमेशा रहेगा. पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के एक हिस्से पर अवैध रूप से कब्जा जारी रखा है, जो उसे खाली करना होगा.''
हरीश की यह कड़ी प्रतिक्रिया पाकिस्तान द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की खुली बहस के दौरान जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने के बाद आई. उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह के बार-बार उल्लेख न तो उनके (पाकिस्तान के) अवैध दावों को मान्य करते हैं और न ही उनके राज्य प्रायोजित सीमा पार से आतंकवाद को उचित ठहराते हैं.''
हरीश ने कहा, ‘‘हम पाकिस्तान को सलाह देंगे कि वह अपने संकीर्ण और विभाजनकारी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए इस मंच का ध्यान भटकाने की कोशिश न करे.'' उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत अधिक विस्तृत उत्तर देने के अधिकार का प्रयोग करने से बचेगा.
हरीश का यह जवाब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विशेष सहायक सैयद तारिक फातमी द्वारा सुरक्षा परिषद में संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना के भविष्य पर चर्चा के दौरान जम्मू-कश्मीर पर दिए गए बयान के बाद आया है. भारत ने कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंध चाहता है, लेकिन इस बात पर जोर देता है कि इस तरह के संबंधों के लिए आतंक और शत्रुता से मुक्त वातावरण बनाने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद पर है.