देश के ज्यादातर बाजारों में टमाटर की कीमत (Tomato Price) 100 रुपये प्रति किलो के पार हो गई है. एक महीने में टमाटर की कीमतों में 20 गुना बढ़ोतरी हुई है. रिटेल मार्केट में इसकी कीमत करीब 40-50 रुपये किलो थी. यानी दाम करीब-करीब दोगुने हो गए हैं. कई राज्यों में बारिश और गर्मी के कारण टमाटर की फसल को नुकसान पहुंचा है. कई जगहों पर इस साल टमाटर की बुआई पिछले साल के मुकाबले कम है. सवाल ये है कि टमाटर की कीमत आखिर कब तक कम होंगी? सरकार ने इस सवाल का जवाब दिया है.
उपभोक्ता मामलों के विभाग के सचिव रोहित कुमार सिंह ने NDTV से खास बातचीत में कहा कि टमाटर की कीमतों में तीव्र वृद्धि एक अस्थायी समस्या है. टमाटर की कीमतों में आए तेज उछाल मौसम-जनित परिस्थिति है. अगले 10-15 दिनों में टमाटर के दाम में नीचे आ जाएंगे. उन्होंने कहा, ''हर साल इस समय ऐसा होता है. टमाटर बहुत जल्द खराब होने वाला खाद्य उत्पाद है और अचानक बारिश होने से इसकी ढुलाई पर असर पड़ता है.''
रोहित कुमार सिंह ने कहा, "मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि अगले कुछ दिनों में टमाटर की कीमतें कम होने वाली हैं... दिल्ली में सोलन और हिमाचल प्रदेश के अन्य केंद्रों से ताजा आपूर्ति की उम्मीद है. इससे कीमतों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी. मुझे लगता है कि 10 से 15 दिनों के भीतर टमाटर की कीमत कम होनी शुरू हो जाएगी."
किस जगह कितनी टमाटर की कीमत है?
उपभोक्ता मामले विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली में टमाटर 70 से 100 रुपये प्रति किलो में बिक रहा है. मध्य प्रदेश में 80 से 100 रुपये, उत्तर प्रदेश में 80 से 100 रुपये किलो, मुंबई में 42 रुपये प्रति किलो और राजस्थान में टमाटर 90 से 110 रुपये प्रति किलो में बिक रहा है. एक हफ्ते पहले होलसेल मार्केट में टमाटर 30-35 प्रति किलो में बिक रहे थे. आंकड़ों से पता चलता है कि यूपी के गोरखपुर और कर्नाटक के बेल्लारी में टमाटर की अधिकतम कीमत 122 प्रति किलोग्राम तक पहुंची है.
टमाटर की कीमत बढ़ने के कारण
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में दूध और फल-सब्जियों की बिक्री करने वाली मदर डेयरी के स्टोर पर भी टमाटर का भाव एक हफ्ते में ही दोगुना होकर करीब 80 रुपये प्रति किलो हो चुका है. प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में बारिश होने से टमाटर की आपूर्ति बाधित होने से इसके दाम में उछाल आया है. इसके पीछे कई कारण हैं. कई राज्यों में बारिश के कारण टमाटर की फसल को नुकसान पहुंचा है. कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी पड़ रही है, जिससे उत्पादन में गिरावट आई है. पड़ोसी राज्यों से पर्याप्त मात्रा में टमाटर की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. कई जगहों पर इस साल टमाटर की बुआई पिछले साल के मुकाबले कम हुई है. आसान शब्दों में इस साल टमाटर की सप्लाई डिमांड से कम हो रही है. इसलिए दाम बढ़ गए हैं.
चीन के बाद भारत सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक देश
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक देश भारत है. ये करीब 7.89 लाख हेक्टेयर क्षेत्र से लगभग 25.05 टन प्रति हेक्टेयर की औसत उपज के साथ करीब 2 करोड़ टन टमाटर का उत्पादन करता है. चीन 5.6 करोड़ टन उत्पादन के साथ टॉप पर है. भारत में मुख्य तौर पर दो तरह के टमाटर उगाए जाते हैं. हाइब्रिड और लोकल.
मध्य प्रदेश सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक राज्य
मध्य प्रदेश देश में सबसे बड़ा टमाटर उत्पादक राज्य है. इसके बाद सर्वाधिक टमाटर उगाने वाले राज्यों में आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा और गुजरात का नंबर है.
ग्रैंड टोमेटो चैलेंज आयोजित करेगी सरकार
रोहित कुमार सिंह ने कहा, "सरकार ने ग्रैंड टोमेटो चैलेंज आयोजित करने का फैसला किया है. इससे लोगों से फलों के बेहतर संरक्षण के लिए विचारों पर विचार-मंथन करने की अपील की जाएगी. उन्होंने कहा, "टमाटर एक अत्यधिक खराब होने वाली वस्तु है... हम इस बारे में विचार प्राप्त करना चाहते हैं कि नई टेक्नोलॉजी टमाटर के स्टोरेज को बेहतर बनाने में कैसे मदद कर सकती हैं. ताकि इसके खराब होने की समस्या पर ध्यान दिया जा सके."
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