रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि बालाकोट हवाई हमला और सर्जिकल स्ट्राइक ने यह संदेश दिया कि भारत सीमा के अंदर और बाहर अपनी रक्षा कर सकता है. रक्षा मंत्री बिहार के रोहतास जिले में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने महज 10 मिनट तक चली बैठकों में सैन्य कार्रवाई की मंजूरी देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की. वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बिहार इकाई के पूर्व प्रमुख गोपाल नारायण सिंह के नाम पर स्थापित एक निजी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ‘बुद्धिजीवियों के साथ संवाद' में भाग ले रहे थे.
35,000 करोड़ रुपये होगा रक्षा निर्यात
रक्षा मंत्री ने यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद युद्धरत देश (यूक्रेन) में फंसे भारतीय छात्रों और कोविड-19 महामारी के मद्देनजर देश में लागू किये गये लॉकडाउन के बाद विदेशों में फंसे भारतीय छात्रों को स्वदेश लाने के लिए भी मोदी की सराहना की. उन्होंने कहा, ‘‘मोदी के ‘मेक इन इंडिया' आह्वान ने रक्षा क्षेत्र में परिवर्तन ला दिया. हमारा रक्षा निर्यात जो महज 900 करोड़ रुपये हुआ करता था, अब 16,000 करोड़ रुपये का हो गया है. हम इसे अगले दो वर्ष में 35,000 करोड़ रुपये तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं.'' राजनाथ ने उल्लेख किया कि कुल रक्षा विनिर्माण 1.10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है.
‘इंडिया' की अब ‘भारत'
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘उनकी पार्टी राजनीति को लोगों की सेवा करने का जरिया मानती है, सत्ता पाने का माध्यम नहीं.'' पार्टी की बिहार इकाई के प्रमुख सम्राट चौधरी के भाषण से संभवत: प्रभावित नजर आ रहे राजनाथ ने कहा, ‘‘मैं आश्वस्त हूं कि हमारी पार्टी राज्य में पूर्ण बहुमत से अगली सरकार बनाएगी.'' उन्होंने कहा कि देश तेजी से आर्थिक प्रगति कर रहा है और यह आजादी का शताब्दी समारोह मनाये जाने के समय तक एक विकसित राष्ट्र बनने वाला है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि देश की सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ाव बढ़ता जा रहा है और विदेशी लोग ‘इंडिया' की जगह अक्सर ‘भारत' शब्द का इस्तेमाल कर रहे हैं. राजनाथ ने केंद्र में नरेन्द्र मोदी नीत सरकार बनने के बाद की अवधि का उल्लेख करते हुए कहा कि 2014 में, भारत विश्व की शीर्ष 10 अर्थव्यवस्थाओं की सूची में सबसे निचले स्थान पर था, लेकिन तब से एक संक्षिप्त अवधि में देश अब शीर्ष पांच में शामिल हो गया है.
संस्कारों का फर्क बताया
इससे पहले, राजनाथ ने विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने अमेरिका के एक बहुराष्ट्रीय निवेश बैंक और वित्तीय सेवाएं देने वाली कंपनी मॉर्गन स्टेनले की एक हालिया रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘वैश्विक वित्तीय विश्लेषकों का मानना है कि हम 2027 तक शीर्ष तीन देशों में शामिल होंगे...2047 में देश की आजादी का शताब्दी समारोह मनाने तक हमें अब एक विकसित राष्ट्र बनने का संकल्प लेना चाहिए.'' भाजपा नेता ने कहा कि वह इस बात से पूरी तरह सहमत हैं कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, लेकिन कहा, ‘‘धर्म से, हमारा तात्पर्य स्थानों और उपासना के तरीकों से नहीं है, बल्कि जीवन जीने के तरीके से है.'' उन्होंने ‘संस्कार' के महत्व का उल्लेख करते हुए अमेरिकी लेखक थॉमस फ्रेडमैन के एक आलेख का हवाला देते हुए कहा कि भारत की एक प्रमुख आईटी कंपनी इंफोसिस और वैश्विक आतंकी संगठन अलकायदा, किस तरह से अत्यधिक शिक्षित युवाओं पर निर्भर हैं. उन्होंने कहा, ‘‘यह संस्कार है, जिसने ये सारे अंतर लाये हैं. न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर विमान से हमला करने वाले युवा कौशल प्राप्त और अत्यधिक शिक्षित थे. वहीं, दूसरी ओर, कई युवाओं ने अपने स्टार्ट-अप को बड़ी कंपनी में तब्दील कर दिया है.''
पैर छूने की घटना याद की
राजनाथ ने छात्रों से कहा कि वे अपने शिक्षकों को भी याद रखें. उन्होंने एक व्यक्तिगत घटना याद करते हुए कहा, ‘‘मुझे कभी उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री के तौर पर सेवा देने का सौभाग्य मिला था. जब मैं अपने गृह शहर जा रहा था तभी मैंने एक बूढ़े मौलवी को देखा जो सड़क किनारे खड़े थे. उनके हाथ में एक माला थी. मैंने याद किया कि यह वही व्यक्ति हैं, जिन्होंने मुझे बचपन में पढ़ाया था.'' संक्षिप्त अवधि के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे सिंह ने कहा, ‘‘मैंने कार रोकी, नीचे उतरा और उनके पैर छुए.''
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