दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने मेक्सिको से गिरफ्तार गैंगस्टर दीपक बॉक्सर का फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले एजेंट को गिरफ्तार कर लिया है. एजेंट का नाम महफूज है जो मुरादाबाद का रहने वाला है. महफूज कई और संदिग्ध लोगों के फर्जी पासपोर्ट बनवा चुका है जिसकी जांच की जा रही है. दरअसल दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम को एक सूचना मिली थी कि यूपी के मुरादाबाद और बरेली में एक पूरा रैकेट चलाया जा रहा है. जहां से कुख्यात गैंगस्टर दीपक उर्फ बॉक्सर ने अपना फर्जी पासपोर्ट बनवाया था और देश छोड़ कर भाग गया था. यह भी सामने आया कि यूपी के मुरादाबाद के भूरा दलाल नाम के एक एजेंट ने दीपक बॉक्सर का फर्जी पासपोर्ट तैयार करने में मदद की थी.
तफ्तीश के दौरान ये भी पता चला कि गैंगस्टर दीपक बॉक्सर की गिरफ्तारी के बाद से आरोपी एजेंट अपने ठिकाने से फरार होकर दिल्ली में छिपा हुआ है. जिसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की एनडीआर की टीम ने आरोपी की तलाश के लिए जाल बिछाना शुरू किया इसी दौरान स्पेशल सेल की टीम को गुप्त सूचना मिली कि भूरा दलाल रोहिणी में अपने सहयोगी से मिलने फर्जी पासपोर्ट और अन्य जाली दस्तावेज देने के लिए आएगा.
दिल्ली में हुई गिरफ्तारी
सूचना पर कार्रवाई करते हुए एनडीआर, स्पेशल सेल की टीम ने दोपहर करीब 1 बजे जाल बिछाया और आरोपी महफूज खान उर्फ भूरा दलाल को गुरुद्वारा रोड, सेक्टर 15 रोहिणी, दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया. तलाशी लेने पर उसके पास से छह पासपोर्ट, पासपोर्ट की दो फोटोकॉपी और दो आधार कार्ड मिले. आरोपी ने खुलासा किया कि वह बरामद फर्जी दस्तावेजों को देने के लिए बरेली, यूपी से दिल्ली आया था. .उसने आगे खुलासा किया कि वह दिल्ली पुलिस द्वारा कुख्यात गैंगस्टर दीपक बॉक्सर की गिरफ्तारी की खबर पढ़कर फरार हो गया था. जिसकी जाली आईडी और फर्जी पासपोर्ट उसने ही तैयार करवाए थे. जिसके बाद स्पेशल सेल की टीम ने आरोपी महफूज खान उर्फ भूरा दलाल के खुलासे के आधार पर सात पासपोर्ट, पांच आधार कार्ड, सात पैन कार्ड और छह वोटर कार्ड भी मुरादाबाद, यूपी से बरामद किया.
राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर तक की पढ़ाई कर चुका है आरोपी
आरोपी महफूज खान उर्फ भूरा दलाल ने पूछताछ में बताया की उसने हिन्दू कॉलेज, मुरादाबाद, यूपी से राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर की है. अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, उसने कटरा, जम्मू, अमृतसर, बैंगलोर, सूरत और भारत के अन्य स्थानों में "माता की चुन्नी" बेचने का काम किया क्योंकि उसके मामा की रामपुर, यूपी में "माता की चुन्नी" बनाने की एक कंपनी थी. हालांकि साल 2014 उसने ये काम छोड़ दिया और "लिमरा टूर एंड ट्रैवल्स" के नाम से इंदिरा चौक मुरादाबाद में एक कार्यालय शुरू किया. जिसके बाद वो लोगों के लिए पासपोर्ट आवेदन करना शुरू कर दिया.
इसी दौरान वह क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय, बरेली, यूपी के बाहर काम कर रहे एक पासपोर्ट एजेंट के संपर्क में आया. इसके बाद, उसने अपने सहयोगियों के साथ उन लोगों के लिए जाली दस्तावेज बनाना शुरू कर दिया जो फर्जी पासपोर्ट चाहते थे या जिनकी आईडी में कोई गड़बड़ी थी और वे विदेश जाना चाहते थे. साल 2016-17 में उसने अपने इस अवैध धंधे में कानूनी तौर पर आ रही समस्याओं के समाधान के लिए उसने बाकायदा एलएलबी की पढ़ाई शुरू की हलांकि दो साल बाद ही उसने पढ़ाई छोड़ दी.
नवंबर-2022 में बनाया गया था दीपक बॉक्सर का फर्जी पासपोर्ट
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि नवंबर-2022 में उससे रवि अंचल नाम से पासपोर्ट बनाने के लिए उससे संपर्क किया गया था जिसके बाद उसने दीपक बॉक्सर का फर्जी पासपोर्ट तैयार किया जिसके माध्यम से वो विदेश भाग गया था. जंहा से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम उसे पकड़ कर ले आई. फिलहाल आरोपी एजेंट से पूछताछ किया जा रहा है और पता लगाया जा रहा है कि उसने अब तक ऐसे कितने अपराधियो के पासपोर्ट तैयार किये है.
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