Google news, BBC News, NavBharat Times, Economic Times, IBN Khabar, AAJ Tak News, Zee News, ABP News, Jagran, Nai Dunia, Amar Ujala, Business Standard, Patrika, Webdunia, Punjab Kesari, Khas Khabar, Hindustan, One India, Jansatta, Ranchi Express, Raj Express, India News, Mahanagar Times, Nava Bharat, Deshdoot, Bhopal Samachar, Bharat Khabar, Daily News Activist, Daily News, Jansandesh Times, Dastak News, Janadesh, Times, Dekho Bhopal, Apka Akhbar, Fast News, Appkikhabar, Rajasthan Patrika

HELLO ALL FOLLOW US FOR LATEST NEWS

IF U WANT LATEST NEWS PLEASE FILL OUR CONTACT FORM LINK BOTTON OF THE BLOGGER

TODAY'S BREAKING NEWS SEE BELOW

IF U WANT LATEST NEWS PLEASE FILL OUR CONTACT FORM LINK BOTTON OF THE BLOGGER

DAILY TOP 100 NEWS

IF U WANT LATEST NEWS PLEASE FILL OUR CONTACT FORM LINK BOTTON OF THE BLOGGER

SHARE WITH YOUR SOCIAL NETWORK

IF U WANT LATEST NEWS PLEASE FILL OUR CONTACT FORM LINK BOTTON OF THE BLOGGER

THANKS FOR VISITING HERE

IF U WANT LATEST NEWS PLEASE FILL OUR CONTACT FORM LINK BOTTON OF THE BLOGGER

Wednesday, January 1, 2025

अब अंतरिक्ष से सीधे मिलेंगे आपके फोन को नेटवर्क, US का सैटेलाइट लॉन्च कर ISRO पूरा करेगा ये सपना

भारत की पूरी दुनिया में एक अलग तरह से पहचान हो रही है. आर्थिक हो या सामाजिक, राजनीति हो या फिर विज्ञान, हम हर क्षेत्र में दुनिया से कदम कदम मिला कर चल रहे हैं. विज्ञान के क्षेत्र में इसरो एक नया कारनामा करने वाला है. दरअसल, अब मोबाइल कॉलिंग के लिए ट्रैडिशनल (पारंपरिक) नेटवर्ट या टावर की जरूरत नहीं पड़ेगी. अब स्पेस  से ही आप दुनिया के किसी भी क्षेत्र में कॉल कर सकते हैं. इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं.

बहुत जल्द अमेरिकी कंपनी इस सपने को हकीकत में बदलने की कोशिश कर रही है. इसमें साथ दे रहा है हमारा इसरो. भारतीय विज्ञान एवं प्रद्योगिकी मंत्री जीतेंद्र सिंह ने बताया था कि फरवरी या मार्च में हम अमेरिकी सैटेलाइट की लॉन्चिंग करेंगे. उन्होंने कहा कि ये मोबाइल संचार के क्षेत्र में एक क्रांति है. लांकि, ना तो इसरो के तरफ से और ना ही केंद्रीय मंत्री के तरफ से कोई आधिकारिक बयान आया है. 

टेक्सास स्थित कंपनी AST SpaceMobile है, जो स्पेस के जरिए लोगों को मोबाइल में नेटवर्क देने का काम करेगी. इस कंपनी का कम्युनिकेशन सैटेलाइट श्रीहरिकोटा से लॉन्च होने वाला है.

क्या खासियत है

  • स्पेस से नेटवर्क मिलेगा, जा सरल होगा
  • दुनिया में कहीं भी रह कर बात किया जा सकता है
  • स्टारलिंक की तरह इंटरनेट की सुविधा रहेगी
  • देखा जाए तो ये ग्लोबल सिम की तरह काम कर सकता है.

अमेरिकी मीडिया ने इस कंपनी की रिपोर्ट की थी, जिसमें इन्वेस्टर ने दावा किया था कि कंपनी जल्द ही दूसरा सैटेलाइट के बारे में सोच रही है. इस मुद्दे पर एनडीटीवी की टीम AST SpaceMobile के सीईओ एबेल एवेलन से प्रतिक्रिया जाननी चाही, मगर उनसे इस मुद्दे पर बात नहीं हो पाई है.

कैसा होगा ब्लूबर्ड सैटेलाइट?

प्रत्येक ब्लूबर्ड उपग्रह में 64 वर्ग मीटर या फुटबॉल मैदान के आधे आकार का एंटीना होगा. उपग्रह का वजन लगभग 6000 किलोग्राम होगा और भारत का रॉकेट इसे पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित करेगा.

इससे पहले दिए गए एक बयान में एबेल एवेलन ने कहा था कि उन्होंने "ऐसी तकनीक का आविष्कार किया है जो उपग्रहों को सीधे साधारण सेल फोन से जोड़ती है और पृथ्वी की निचली कक्षा में अब तक के सबसे बड़े वाणिज्यिक चरण सरणी के माध्यम से ब्रॉडबैंड इंटरनेट प्रदान करती है."

क्या रहेंगी खासियतें?

  • एएसटी स्पेसमोबाइल का मिशन ग्लोबल कनेक्टिविटी को बढ़ाना है.
  • दुनिया भर में अरबों लोगों को बेहतरीन जिंदगी देनी है
  • स्पेस से नेटवर्क के जरिए विश्व की दूरियों को कम करना है

इस मुद्दे पर इसरो के एक विशेषज्ञ ने कहा कि यह सैटेलाइट मोबाइल संचार के क्षेत्र में एक क्रांति लाएगा. एक्सपर्ट का कहना है कि कंपनी एक विशाल नेटवर्क बनाने की जुगत में है. इसरो विशेषज्ञों ने पुष्टि की है कि एएसटी स्पेसमोबाइल ने ब्लूबर्ड उपग्रह के प्रक्षेपण के लिए भारत के फैट रॉकेट या प्रक्षेपण यान मार्क-3 की सेवाएं ली हैं.

अमेरिकी कंपनी ने आगे कहा: "हमारा लक्ष्य सेलुलर ब्रॉडबैंड को लगभग हर जगह उपलब्ध कराना है ताकि आप बाकी दुनिया से जुड़ सकें - चाहे आप कहीं भी रहते हों या काम करते हों. हम लोगों को उन जगहों पर भी कनेक्ट रहने में मदद करना चाहते हैं जहाँ पारंपरिक नेटवर्क नहीं जुड़ पाते, जिसमें मौजूदा टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर के विफल होने की स्थिति भी शामिल है.

हम वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था में नई आबादी का स्वागत करने की उम्मीद करते हैं, जिससे काम, शिक्षा, सोशल नेटवर्किंग, स्वास्थ्य सेवा और बहुत कुछ के अवसर खुलेंगे. AST स्पेसमोबाइल के नियोजित समाधान के लिए सेलुलर सेवा प्रदाताओं को बदलने की आवश्यकता नहीं हो सकती है. हम ज़रूरत पड़ने पर अपने उपग्रहों को वैकल्पिक कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए दुनिया भर के मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटरों के साथ काम कर रहे हैं."



from NDTV India - Latest https://ift.tt/UzY6uP8
via IFTTT
Share:

Tuesday, December 31, 2024

बेबी जॉन को कुचला शाहरुख खान की इस पुरानी फिल्म ने, 11 दिन में कमा डाले 100 करोड़ रुपये

बेबी जॉन 2024 की चर्चित फिल्मों में से एक रही. यह फिल्म तलपति विजय की फिल्म थेरी का रीमेक थी, जिसे दिग्गज डायरेक्टर एटली कुमार ने बनाया था. वहीं एटली ने बेबी जॉन को प्रोड्यूस किया है. यह फिल्म क्रिसमस के मौके पर सिनेमाघरों में रिलीज हुई. पहले ही दिन में वरुण धवन, कीर्ति सुरेश, जैकी श्रॉफ और वामिका गब्बी स्टारर बेबी जॉन कमाई के लिए बॉक्स ऑफिस पर स्ट्रगल कर रही है. इस बिग बजट फिल्म का हाल यह है कि अभी तक 50 करोड़ रुपये भी नहीं कमा पाई है. 

वहीं बेबी जॉन से पुरानी फिल्म मुफासा :द लॉयन किंग ने कमाई में रिकॉर्ड तोड़ रही है. यह फिल्म 20 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है. जिसमें शाहरुख खान ने अपनी आवाज दी है. यह फिल्म अपने पहले दिन से बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई कर रही है. 11 दिन में मुफासा ने बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है.  शाहरुख खान की फिल्म मुफासा ना केवल वरुण धवन की बेबी जॉन को कुचल चुकी है बल्कि अल्लू अर्जुन की पुष्पा 2: द रूल को भी कड़ी टक्कर दे रही है. 

डिज्नी की मुफासा: द लायन किंग ने भारतीय बॉक्स ऑफिस पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है. हॉलीवुड प्रोजेक्ट ने अपनी रिलीज के 11 दिनों में ₹100 करोड़ क्लब को पार करते हुए एक मील का पत्थर हासिल किया है. डिज़्नी की यह फिल्म भारत में 20 दिसंबर को अंग्रेजी, हिंदी, तमिल और तेलुगु में रिलीज हुई थी. फिल्म ने बॉक्स ऑफ़िस पर अपने पहले 10 दिनों में अच्छा प्रदर्शन किया है. इसने ₹106.70 करोड़ (नेट) कलेक्शन किया है. बॉक्स ऑफिस पर यह कलेक्शन ऐसे समय में आया है जब अल्लू अर्जुन की पुष्पा 2: द रूल ताबड़तोड़ कमाई कर रही है.फिलहाल मुफासा, अंग्रेजी और हिंदी बॉक्स ऑफिस पर 37-37 करोड़ रुपये की कमाई हो चुकी है, जबकि तमिल और तेलुगु में क्रमशः 18 और 14.8 करोड़ रुपये की कमाई हुई है.
 



from NDTV India - Latest https://ift.tt/USwKdja
via IFTTT
Share:

Panic After Gas Leak At Industrial Unit In Jaipur, No Casualties

Panic gripped people due to gas leakage at an industrial unit in the Vishwakarma industrial area here on Tuesday, officials said, adding no casualties occurred.

The incident happened at the Ajmera gas plant where two big tankers were installed for the storage of CO2 gas. The valve of the tanker broke due to gas pressure, Assistant Fire Officer, Vishwakarma, Bhanwar Singh Hada said.

He said that the situation was completely controlled by the fire brigade. The leakage led to zero visibility in the area, officials said.

SHO Rajendra Sharma said gas was filled in a tanker of the plant on Saturday. He said that a police team reached the spot with fire brigade and got the main valve of the plant closed to stop the leakage.

(Except for the headline, this story has not been edited by NDTV staff and is published from a syndicated feed.)



from NDTV News-India-news https://ift.tt/yq5C4NV
via IFTTT
Share:

Monday, December 30, 2024

Delhi Records Cleanest December Air Since 2015

With an average Air Quality Index of 294, Delhi has recorded its cleanest December air since the introduction of the AQI system in 2015.

This improvement can be attributed to strong, consistent winds in the first half of the month and record-breaking rainfall in the second, officials said.

According to data from the Central Pollution Control Board (CPCB), December marked Delhi's cleanest first half ever, with only one 'very poor' air day recorded between December 1 and December 15.

On Monday, the AQI stood at 173, in the "moderate" category, a significant improvement from Sunday's 225 (poor). This marked the eighth moderate air quality day this month, with the capital previously recording no more than three moderate days in December.

The lowest AQI of this month was recorded on December 28, at 139, marking the cleanest December day on record.

The average AQI during this period stood at 238, significantly lower than the usual AQI of over 300 for this time of year.

In comparison, Delhi's average AQI was 348 last December, 319 in 2022, and 336 in 2021. The previous lowest December AQI was 300, recorded in 2015.

Additionally, the month is set to conclude with at leats 53.5 mm of rainfall, making it the fifth-wettest December since 1901. The city also recorded its highest single-day December rainfall in 101 years, with 41.2 mm on December 28 (Friday).

This year, Delhi experienced six rainy days in December, compared to just one in 2023, none in 2022, four in 2021, and a single rainy day in December 2020.

In total, Delhi recorded 53.5 mm of rainfall this month, with 41.2 mm occurring in a single day. In contrast, December 2023 and 2022 saw no rainfall, while 2021 recorded 9.6 mm, and 2020 recorded 1.6 mm.

According to the India Meteorological Department (IMD), the highest-ever single-day rainfall in December was 75.7 mm, recorded on December 3, 1923.

While the nights were pleasant, with an average minimum temperature of 8.4 degree celsius, consistent with the long-period average (LPA) for December, the days were slightly warmer, with an average maximum temperature of 23.1 degree celsius -- 0.3 notches above the LPA.

This marks the coldest December since 2021, when the average maximum temperature was 22.4 degree celsius, according to IMD officials.

Experts attributed the favourable air quality in December to the favourable dispersion of pollutants, particularly in the first two weeks of the month.

However, the third week saw a slowdown in winds, causing six severe air quality days between December 17 and 23. This was due to a western disturbance that brought added moisture, which led to stagnation in the air.

Mahesh Palawat, vice president at Skymet, explained that winds in early December helped disperse pollutants effectively, preventing dense fog, and maintaining relatively clean air.

On Monday, Delhis AQI stood at 173, in the "moderate" category, a significant improvement from Sunday's 225 (poor).

This marked the eighth moderate air quality day this month, with the capital previously recording no more than three moderate days in December.

The lowest AQI of the month was recorded on December 28, at 139, marking the cleanest December day on record.

The highest AQI recorded in December was 451, which occurred on December 19.

The CPCB categorises AQI as follows: 0-50 (Good), 51-100 (Satisfactory), 101-200 (Moderate), 201-300 (Poor), 301-400 (Very Poor), and above 400 (Severe).

(Except for the headline, this story has not been edited by NDTV staff and is published from a syndicated feed.)



from NDTV News-India-news https://ift.tt/Zx2cRCg
via IFTTT
Share:

दिल्ली: वोटर लिस्ट में फर्जी नाम जोड़ने की कोशिश को पुलिस ने किया नाकाम, शाहीन बाग में 6 आरोपी गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए वोटर रजिस्ट्रेशन करने के आरोप में 6 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में से कुछ लोग फर्जी दस्तावेज बनाने में शामिल थे. पुलिस के अनुसार आरोपियों द्वारा जाली दस्तावेज बनाने के लिए एक सीपीयू का उपयोग किया जा रहा था. शाहीन बाग थाने में इस मामले में दो अलग-अलग केस दर्ज किए गए हैं. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.

बीते 25 दिसंबर को ओखला विधान सभा क्षेत्र के  निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ) विनोद कुमार ने  शाहीन बाग में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में उन्होंने कहा था कि चार लोगों ने जाली दस्तावेजों का उपयोग करके मतदाता पहचान पत्र में पता बदलने के लिए आवेदन किया था. इसके बाद 29 दिसंबर को  एक और शिकायत विनोद कुमार, ईआरओ,ओखला विधान सभा से मिली  कि फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके मतदाता पंजीकरण के कार्यालय में नए मतदाता पंजीकरण के लिए 4 आवेदन प्राप्त हुए हैं. फिर दिल्ली के शाहीन बाग थाने में 2 केस दर्ज किए गए.

दिल्ली पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए वोटर रजिस्ट्रेशन करने के आरोप में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में 32 वर्षीय मोहम्मद नईम (शाहीन बाग), 30 वर्षीय रिज़वान उल हक (जामिया नगर), 37 वर्षीय सबाना खातून (शाहीन बाग), 27 वर्षीय रजत श्रीवास्तव (फ़रीदाबाद), 51 वर्षीय वी. त्रिलोक चंद (चिराग दिल्ली) और सचिन कुमार (मालवीय नगर, दिल्ली) शामिल हैं.

पुलिस के मुताबिक चुनावी पंजीकरण प्रक्रिया में हेरफेर करने के लिए तकनीक और जाली दस्तावेजों  का प्रयोग किया गया. शाहीन बाग में रहने वाले नईम (32) ने जाली बिजली बिल का इस्तेमाल कर अपने वोटर आईडी में पता बदलने के लिए आवेदन किया है. वह पेशे से इलेक्ट्रीशियन है. रिजवान उल हक (30)- शाहीन बाग में एक साइबर कैफे के मालिक रिजवान ने मोहम्मद के लिए बिजली बिल में जालसाजी की। नईम फ़ोटोशॉप का उपयोग कर रहा है. सबाना खातून (37)- शाहीन बाग, सबाना में रहने वाली एक गृहिणी ने जाली बिजली बिल का उपयोग करके पता बदलने के लिए आवेदन किया. 

रजत श्रीवास्तव (27) - जसोला में एक साइबर कैफे संचालक, रजत ने कई लोगों के बिजली बिल बनाने के लिए एक ऑनलाइन पीडीएफ संपादन उपकरण का उपयोग किया. वो शाहीन बाग थाने में दर्ज दोनों मामलों में शामिल पाया गया है. सचिन कुमार (27) - दिल्ली के एक अस्पताल में हाउसकीपिंग में कार्यरत. सचिन ने अपने मूक-बधिर चाचा किसुनी के लिए दस्तावेज तैयार करने के लिए त्रिलोक चंद से संपर्क किया. उसका कथित मकसद अपने चाचा के नाम से जमीन ट्रांसफर करना था.

त्रिलोक चंद (51) - मालवीय नगर में एक निजी शिक्षक, त्रिलोक ने कथित तौर पर फर्जी दस्तावेज बनाने के लिए रजत श्रीवास्तव के साथ सहयोग किया और कथित किसुनी को 4-5 सालों से जानता है. 



from NDTV India - Latest https://ift.tt/FGleknK
via IFTTT
Share:

Sunday, December 29, 2024

Man Dies In Police Station While Recording Statement, Family Alleges Murder

The death of a 35-year-old Dalit man inside a police station in Madhya Pradesh's Dewas district triggered protests from his family, who alleged murder. The Congress, on Sunday, also slammed the Mohan Yadav-led BJP government for what they termed "jungle raj" in the state.

Mukesh Longre died on Saturday after being called to the Satwas police station here for questioning in a complaint submitted against him by a woman on December 26, Superintendent of Police Puneet Gehlot said.

"While inspector Ashish Rajput was reading his statement, Longre made a noose around his neck with a gamcha (towel), tied it to a window grill in the lock-up and began yanking his neck. Police stopped him and rushed him to a hospital where doctors declared him dead," the SP said.

"There is no case against him. He was just called to record his statement. Judicial Magistrate First Class (JMFC) Nandani Uikey is conducting an inquiry into the death. The JMFC visited the spot this morning. The district magistrate has appointed three doctors to oversee the post-mortem process," Mr Gehlot added.

Mr Gehlot said inspector Ashish Rajput has been suspended, while all other procedures laid down under Bharatiya Nyaya Sanhita as well as National Human Rights Commission guidelines are being followed fully.

"Some politicians have hijacked the issue, due to which his kin have refused to allow post mortem till the entire staff of the police station is suspended. This is an irrational demand. We have already suspended the inspector since the death took place while he was in charge," Mr Gehlot said.

Meanwhile, Longre's family alleged police demanded a bribe to lessen the severity of action against him in connection with the woman's complaint, adding the staff later told them he had died.

Amid a protest outside the police station that began on Saturday and continued on Sunday, Longre's relatives accused police of murdering him.

Attacking Chief Minister Mohan Yadav, who also holds the home portfolio, the Congress held a protest outside Satwas police station on Sunday, which was attended by the party's state unit chief Jitu Patwari.

"Jungle raj is prevailing in MP. A Dalit man was murdered inside a police station. Chief Minister Mohan Yadav must take full responsibility for this incident," Mr Patwari said.

Mr Patwari's colleague and former Union minister Arun Yadav demanded suspension of the entire staff of Satwas police station.

(Except for the headline, this story has not been edited by NDTV staff and is published from a syndicated feed.)



from NDTV News-India-news https://ift.tt/9IryBb8
via IFTTT
Share:

साल 2024 : शेयर बाजारों के लिए काफी उतार-चढ़ाव वाला वर्ष, पर लगातार नौवें साल दिया ‘रिटर्न’

‘दलाल स्ट्रीट' के लिए 2024 का साल काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है. साल के दौरान जहां भारतीय शेयर बाजारों ने कई बार रिकॉर्ड बनाया, वहीं दूसरी ओर उसे बीच-बीच बड़े नुकसान का भी सामना करना पड़ा. हालांकि, इसके बावजूद घरेलू कोषों के प्रवाह तथा मजबूत वृहद परिदृश्य की वजह से स्थानीय शेयरों ने साल के दौरान निवेशकों को सकारात्मक प्रतिफल (Return) दिया है.

मोतीलाल ओसवाल वेल्थ मैनेजमेंट ने एक नोट में कहा है कि साल की पहली छमाही में कंपनियों के मजबूत वित्तीय नतीजों, घरेलू कोषों के प्रवाह में उछाल और मजबूत वृहद परिदृश्य की वजह से निफ्टी सितंबर, 2024 में 26,277.35 अंक के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचा गया था.

नोट में कहा गया, ‘‘पिछले दो माह में बाजार अपने सर्वकालिक उच्चस्तर से नीचे आ गया है. यह 2020 में कोविड-19 महामारी के बाद तीसरी बड़ी गिरावट थी. इसकी मुख्य वजह घरेलू और वैश्विक कारकों की वजह से विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की जबर्दस्त बिकवाली है.''

इस साल 27 दिसंबर तक बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 6,458.81 अंक या 8.94 प्रतिशत चढ़ा है. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 2,082 अंक या 9.58 प्रतिशत का उछाल आया है. यह साल काफी घटनाक्रमों का रहा. साल के दौरान भारत में आम चुनाव के अलावा अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव मुख्य घटनाक्रम रहे.

इसके अलावा शेयर बाजारों पर दो प्रमुख भू-राजनीतिक घटनाक्रमों...इजरायल-ईरान संघर्ष और रूस-यूक्रेन युद्ध का भी असर पड़ा.

वर्ष 2024 में तेजड़ियों और मंदड़ियों के बीच काफी संघर्ष देखने को मिला. वैश्विक वृहद आर्थिक आंकड़ों और भू-राजनीतिक तनाव ने बाजार को काफी प्रभावित किया, जिसकी वजह से बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिला. हालांकि, दुनियाभर में अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय बाजारों ने काफी हद तक दबाव के बीच अच्छा प्रदर्शन किया और निवेशकों को बेहतर रिटर्न दिया.

मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शोध-अनुसंधान विश्लेषक प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘यह मूल्यांकन में उछाल का साल भी था, जिसने भारतीय बाजारों को दुनिया में सबसे महंगा बना दिया. बाजार में अतिरिक्त तरलता ने मूल्यांकन को ऊंचाई पर पहुंचा दिया जिसकी वजह से अंतत: ‘करेक्शन' देखने को मिला.

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स इस साल 27 सितंबर को 85,978.25 के अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा था. उसी दिन निफ्टी ने भी अपने 26,277.35 अंक के सर्वकालिक उच्चस्तर को छुआ था. 2024 लगातार नौवां साल रहा है जबकि स्थानीय शेयर बाजारों ने निवेशकों को सकारात्मक रिटर्न दिया है. इस दौरान छोटी और मझोली कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन बड़ी कंपनियों से बेहतर रहा. यही वजह है कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों ने निवेशकों को ‘लार्जकैप' की तुलना में अधिक रिटर्न दिया है.

स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट लि के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘हालांकि, निफ्टी और सेंसेक्स का प्रदर्शन अन्य देशों विशेषरूप से अमेरिका के बाजारों से कमजोर रहा है. इस खराब प्रदर्शन की वजह विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की जबर्दस्त बिकवाली है.''

सितंबर के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर से सेंसेक्स 8.46 प्रतिशत नीचे आ चुका है. वहीं, निफ्टी रिकॉर्ड स्तर से 9.37 प्रतिशत टूट चुका है.

अकेले अक्टूबर में सेंसेक्स 4,910.72 अंक या 5.82 प्रतिशत नीचे आया था. इसी महीने निफ्टी में 1,605.5 अंक या 6.22 प्रतिशत की गिरावट आई थी.

दिसंबर में अब तक सेंसेक्स 1,103.72 अंक या 1.38 प्रतिशत नीचे आया है. अक्टूबर में एफआईआई ने भारतीय बाजारों से 94,017 करोड़ रुपये की निकासी की थी.

बीते साल यानी 2023 में सेंसेक्स 11,399.52 अंक या 18.73 प्रतिशत चढ़ा था. वहीं निफ्टी 3,626.1 अंक या 20 प्रतिशत के लाभ में रहा था.



from NDTV India - Latest https://ift.tt/v3Ee80l
via IFTTT
Share:

Recent Posts

Blog Archive