राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस साल जनवरी में जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के ढांगरी गांव में पांच निर्दोष नागरिकों की हत्या करने वाले आतंकवादियों को शरण देने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
निसार अहमद उर्फ हाजी निसार और मुश्ताक हुसैन नाम के दोनों आरोपियों को एनआईए ने गुरुवार को गिरफ्तार किया. उन्हें शुक्रवार को जम्मू में एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया गया. दोनों को 12 दिन की एनआईए हिरासत में भेज दिया गया है.
दोनों आरोपी वर्तमान में पुलिस स्टेशन गुरसाई, मेंढर, जिला पुंछ में दर्ज एक अन्य मामले में सेंट्रल जेल, कोट भलवाल, जम्मू में बंद थे.
ढांगरी गांव में एक जनवरी, 2023 को अज्ञात आतंकवादियों के हमले में पांच लोगों की मौत हो गई थी और अन्य कुछ गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
एनआईए की जांच से पता चला कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी उन आतंकवादियों को शरण देने में शामिल थे जिन्होंने नागरिकों की हत्याओं को अंजाम दिया था. उन्होंने आतंकवादियों को दो महीने से अधिक समय तक रसद सहायता दी थी और उन्हें एक ठिकाने में आश्रय दिया था. इस ठिकाने का निर्माण पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आकाओं सैफुल्ला उर्फ साजिद जट्ट के निर्देश पर इन आरोपियों ने किया था.
राजौरी जिले के ढांगरी में नागरिकों की हत्या के मामले की जांच के दौरान एनआईए अधिकारियों की एक टीम ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी, पुंछ और रियासी जिलों के पहाड़ी इलाकों में काफी समय तक डेरा डाला और बड़ी संख्या में लोगों से पूछताछ की. संदिग्धों की पहचान की गई और बाद में आरोपियों पर ध्यान केंद्रित किया गया. मामले की आगे की जांच जारी है.
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