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Tuesday, June 20, 2023

VIDEO: ...जब PM मद क अमरक पहचन पर लग 'मद-मद' क नर ऐस हआ भवय सवगत

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर न्यूयॉर्क पहुंच गए हैं. पीएम के इस दौरे को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है.  नरेंद्र मोदी के स्वागत को लेकर लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिला. लोगों ने प्रधानमंत्री के स्वागत में मोदी-मोदी के नारे लगाए. भारतीय समुदाय के कुछ सदस्य  होटल के बाहर भी पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए खड़े देखे गए. शहर में जगह-जगह लोग जमा हुए हैं. 

 क्यों खास है पीएम मोदी का यह दौरा?

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए दुनिया का सबसे ताकतवर मुल्क कहा जाने वाला अमेरिका 22 जून को रेड कारपेट बिछाएगा, और इसी के साथ PM मोदी दुनिया के तीसरे नेता बन जाएंगे, जिन्हें मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यह सम्मान दिया. जो बाइडेन ने इससे पहले फ्रांस के इमानुएल मैक्रॉन और दक्षिण कोरिया के यून सुक येओल को ही राजकीय यात्रा और भोज के लिए आमंत्रित किया है. अमेरिका की ओर से यह सर्वोच्च राजनयिक स्वागत आमतौर पर केवल निकटतम सहयोगियों को ही दिया जाता है.

क्या होता है राजकीय यात्रा पर...?

राजकीय यात्रा के दौरान आमतौर पर फ्लाइट लाइन समारोह आयोजित होता है, जिसके तहत आने वाले राज्य प्रमुख का अमेरिकी धरती पर लैंड करते ही टरमैक पर ही स्वागत किया जाता है, व्हाइट हाउस पहुंचने पर 21 तोपों की सलामी दी जाती है, व्हाइट हाउस में रात्रिभोज आयोजित किया जाता है, राजनयिक उपहारों का आदान-प्रदान होता है, अमेरिकी राष्ट्रपति के पेन्सिलवेनिया एवेन्यू में स्थित गेस्टहाउस में ठहरने का आमंत्रण दिया जाता है, और फ्लैग स्ट्रीटलाइनिंग की जाती है.



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PM मद क US दर : नययरक म लड करन क बद परधनमतर नरदर मद क पहल टवट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के पहले राजकीय दौरे पर आज न्‍यूयॉर्क पहुंचे. न्‍यूयॉर्क पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने एक ट्वीट किया है. ट्वीट में पीएम मोदी ने अपने न्‍यूयॉर्क पहुंचने के बारे में बताया है. साथ ही पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में कहा है कि अमेरिका में नेताओं के साथ बातचीत और योग दिवस पर होने वाले कार्यक्रमों की प्रतीक्षा कर रहा हूं. बता दें कि पीएम मोदी के अमेरिका पहुंचने पर लोगों ने उनका स्‍वागत किया. साथ ही अपनी यात्रा के दौरान पीएम मोदी अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्‍त सत्र को दूसरी बार संबोधित करेंगे. 

पीएम मोदी ने ट्वीट में कहा, न्‍यूयॉर्क शहर में पहुंचा. कल 21 जून को नेताओं और योग दिवस कार्यक्रम की प्रतीक्षा कर रहा हूं. 
 

पीएम मोदी ने एक और ट्वीट किया है, जिसमें उन्‍होंने वाल स्‍ट्रीट जर्नल को दिए अपने इंटरव्‍यू को साझा किया है. इसमें पीएम मोदी ने लिखा, "मजबूत भारत-यूएसए दोस्ती सहित विभिन्‍न मुद्दों पर अपने विचार साझा किए." 

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अनदर ह य अचनक भख लगन... यग गर क मतबक परचन yog म सभ सवल क छप ह जवब

योग की मदद से आप अपने जीवन को पूरी तरह से बदल सकते हैं. अगर आप रोजाना योग करते हैं तो इससे आपके स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं खुद ब खुद ही हल हो सकती हैं. योग भारत की वो प्राचीन विधा है जिसका मुरीद अब पूरा विश्व हो रहा है. आज हम आपको एक ऐसे ही योगा टीचर से रूबरू कराने जा रहे हैं जिन्होंने अपनी कॉरपोरेट नौकरी छोड़कर इसे अपनाया और इसके माध्यम से ना जाने कितने लोगों की समस्याओं को दूर भी किया. हम बात कर रहे हैं संथानम श्रीधरन की. 37 वर्षीय श्रीधरन पहले कॉरपोरेट कल्चर से जुड़े हुए थे. 15 साल पहले उन्हें महसूस हुआ कि उनके ऊपर काम का प्रेशर बढ़ रहा है. इससे उनकी जीवनशैली पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. आखिरकार उन्होंने तनाव से मुक्त होकर फुल टाइम योगा टीचर बनने का फैसला किया. 

योग आपको जीवन में संतुलन देता है

उन्होंने कहा कि उस समय भी मुझे दिख रहा था कि आखिर क्या गलत है. मुझे ऐसा जीवन नहीं चाहिए था जो अवसादों से भरा हुआ हो. ऐसा लगता था कि अब बहुत सारा पैसा बनाने की ओर ध्यान केंद्रित किया गया है ताकि आप बाद में डॉक्टरों पर खर्च कर सकें. मुझे लगता है इस तरह का जीवन किसी का नहीं होना चाहिए. उन्होंने बताया कि जीवन और काम पर संतुलन पाने के उनके विचार अब केवल योग केंद्र के संस्थापक के रूप में मजबूत क्यों हो गए हैं, जो सिर्फ एक योग कक्षा में होने की सीमा से परे है. साथ ही ऐसे लोगों के एक समुदाय के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना भी है जो उनकी खोज में एक दूसरे की मदद करते हैं और सर्वांगीण कल्याण की गहरी भावना भी रखते हैं. 

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चक्र प्रोजेक्ट ने कई के जीवन को बदला

बता दें कि जब संथानम ने चक्र प्रोजेक्ट को शुरू किया था तब वो सिर्फ 27 साल के थे. उन्होंने चक्र प्रोजेक्ट की शुरुआत मुंबई स्थित एक योग केंद्र से की थी, जिसका उद्देश्य लोगों को योग के फायदे बताना था और साथ ही ये भी समझाना था कि ये आपके निजी जीवन को कैसे ट्रासफॉर्म कर सकता है. अपनी मल्टी नेशनल कंपनी की नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने कुछ महीनों के लिए देश भर में यात्रा शुरू की, और फिर वर्षों तक अलग-अलग गुरुओं से सीखने और देश में प्रचलित योग के विभिन्न रूपों को समझने में समय लगाया. इसके बाद ही उन्होंने अपना केंद्र स्थापित करने का फैसला किया, जो हठ और अष्टांग सिखाता है, जो उनके अनुसार, योग की पारंपरिक तकनीकों को आधुनिक स्वास्थ्य आवश्यकताओं के साथ-साथ सर्वोत्तम तरीके से प्रभावित करता है. 

चक्र प्रोजेक्ट ने 65,000 से अधिक लोगों को योग सिखाया है और 50 से अधिक कॉर्पोरेट क्लाइंट्स की सेवा की है. इस योग केंद्र का एक अनूठा आकर्षण यह है कि यह योग चिकित्सकों को हिमालयी रिट्रीट पर भी ले जाता है ताकि वे पुराने समय की तरह योग का अनुभव कर सकें।

योग आपको समुदाय की भावना देता है

2015 में, संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने के ऐलान के बाद, हजारों योग केंद्र और स्टूडियो सामने आए. और बीते सात में अब यह एक अरब डॉलर का उद्योग बन चुका है. नौकरियों की संख्या में महत्वपूर्ण कमी के परिणामस्वरूप अवसाद, चिंता, मानसिक तनाव और नींद संबंधी विकार से प्रभावित हुए और कई अन्य लोगों ने अपने जीवन को बचाने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से योग प्रशिक्षकों की ओर रुख किया. 

उस दौरान योग सीखने और सिखाने दोनों की मांग में इस उछाल के बीच, श्रीधरन जैसे कई लोग कॉर्पोरेट सपने को सफलतापूर्वक छोड़ने और योग केंद्र शुरू करने में सक्षम रहे हैं. जो कई लोगों के जीवन में एक सार्थक बदलाव लेकर आने में सफल हुए हैं. आज, बेंगलुरु और मुंबई में अपने काम के माध्यम से चक्र परियोजना भारत और विदेश में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से सैकड़ों लोगों तक पहुंच रही है ताकि स्वास्थ्य और तंदुरूस्ती को प्राथमिकता दी जा सके.

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योग आपको एक समुदाय दे सकता है

श्रीधरन ने कहा कि लोगों की जीवनशैली ताश के पत्तों की तरह है जिसे योग द्वारा एक-एक करके ठीक किया जा सकता है. योग आपको एक समुदाय दे सकता है जो आपको जीवन में बहुत कुछ करने के लिए प्रेरित कर सकता है. योग के कई फायदे हैं. योग के कारण लोगों की क्रेविंग कम हुई है.. हमारे पास मधुमेह, थायरॉइड और पीसीओडी (पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज - ज्यादातर हार्मोनल असंतुलन और आनुवंशिक प्रवृत्तियों के संयोजन के कारण होते हैं) के पीड़ित बहुत से लोग आते हैं, और इन लोगों ने अपने लिए योग को बहुत उपयोगी माना है. 
 
उन्होंने कहा कि योग के साथ सामर्थ्य का ज्यादा सवाल नहीं है, लेकिन ऐसा नहीं है कि केवल अत्यधिक तनावग्रस्त कॉर्पोरेट कर्मचारियों को ही योग की जरूरत है. मैं कुछ दिन पहले ही एक ज्वेलरी के शो रूम में गया था मुझे महसूस हुआ कि वहां काम करने वाले कर्मचारी भी खासे तनाव में दिखे. मुझे लगता है कि कॉरपोरेट वर्ग के लोगों के साथ ऐसे कर्मचारियों के लिए भी योग काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. श्रीधरन ने आगे कहा कि योग कई गंभीर सवालों के उत्तर भी दे सकता है और यह तकनीक समकालीन तरीके से प्राचीन विज्ञान तक पहुंचने में भी मदद कर सकता है.

कोरोना के समय लोगों की प्राथमिकता योग थी

"कोरोना के समय में लोगों के लिए स्वास्थ्य ही पहली प्राथमिकता बन चुकी थी लेकिन अब फिर से लोग अपने काम को ही पहली प्राथमिकता मानने लगे हैं."वर्ष 2020 में कोरोना की वजह से विश्वभर में लोगों को रुझान योग की तरफ सबसे ज्यादा बढ़ा था. उस दौरान लोगों के बढ़े रुझान ने योग उद्योग को भी नई ऊंचाइयां दी थी. हालांकि, श्रीधरन जैसे योगा ट्रेनर को लगता है कि उस दौर की तुलना में अब लोगों का रवैया बदल रहा है. 

श्रीधरन कहते हैं कि कोविड-19 लोगों ने योग को प्राथमिकता बना लिया था, लेकिन अब लोग अपने काम को योग से पहले रख रहे हैं. हमें ऐसी किसी भी चीज़ को ना कहना सीखना होगा. स्वामी विवेकानंद और ओशो से प्रेरित, श्रीधरन कहते हैं कि प्रत्येक योग शिक्षक के लिए शिक्षक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम बहुत महत्वपूर्ण हैं और वह उन्हें हर 2-3 साल में एक बार लेते हैं. उन्होंने कहा कि हठ योग मूल रूप से सरल मुद्राएं हैं और अष्टांग सांस का उपयोग करके ध्यान की एक श्रृंखला के लिए सभी आसनों का एक संबंध है. हठ आप धीरे-धीरे करें, ब्रेक लें. जबकि अष्टांग सांस और मानसिक स्वास्थ्य पर काम करता है. यह एक तरीका है जिससे आप दिमाग को संपूर्ण रूप से साधना और आजादी की तरफ मोड़ सकते हैं.  

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अमेरिका में भी योग का बोलबाला

योग अब अमेरिका में एक मुख्यधारा की गतिविधि है और इसे आमतौर पर एक स्वस्थ जीवन शैली के विकल्प के रूप में देखा जाता है, लेकिन श्रीधरन को लगता है कि योग सिर्फ इतना ही नहीं है. यह और बड़े दार्शनिक और आध्यात्मिक मुद्दों को संबोधित करने में भी मदद करता है जो बहुत से लोग चाहते हैं. कॉरपोरेट जगत का दृश्य भी बदल रहा है क्योंकि उनमें से कई वर्क फ्रॉम होम के विकल्प पर जोर दे रहे हैं ताकि आने-जाने का समय कम हो सके. और यहां तक ​​कि अपने कर्मचारियों के लिए खुद को फिर से जीवंत करने के लिए नियमित रूप से रिट्रीट का भी आयोजन किया जा सके. 

योग की प्रैक्टिस छोड़ना सही नहीं

उन्होंने कहा कि मैंने देखा है कि कॉरपोरेट फर्म्स अपने कर्मचारियों के लिए भी विशेष सत्र रख रहे हैं. लोग अपने आपको फिट रखना चाहते हैं. मैं अपने यहां योग की ट्रेनिंग लेने वालों से कहता हूं कि वो प्रैक्टिस ना करने को लेकर कोई बहाना ना बनाएं. ऐसा इसलिए भी क्योंकि फिटनेस के लिए लंबे समय तक के लिए लक्ष्य को निर्धारित करना जरूरी है. इसका और कोई विकल्प नहीं हो सकता है. ब्रेथ वर्क से जुड़ी कई ऐसी चीजें हैं जो योग को स्ट्रेंथ ट्रेनिंग या जिम वर्कआउट से ज्यादा फायदेमंद बनाते हैं. 

बचपन के कई अनुभवों से मिली ये ताकत

श्रीधरन कहते हैं कि उनके बचपन के कई अनुभवों ने उन्हें ऐसा करने की ताकत बनाने में मदद की, लेकिन वो कहते हैं कि उन्हें अपनी पत्नी, जो एक योग चिकित्सक भी हैं, से बहुत प्रेरणा मिली है. उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर उन जगहों की यात्रा करना जहां आप भाषा नहीं बोलते हैं..लोगों से जुड़ने से मुझे बहुत कुछ सीखने और सही निर्णय लेने में मदद मिली. 



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महरषटर : महल वधयक न इजनयर क सरआम मर थपपड कह अपशबद

महाराष्ट्र में ठाणे जिले की महिला विधायक द्वारा निगम के एक अभियंता को सार्वजनिक रूप से थप्पड़ मारने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. वायरल वीडियो में मीरा भायंदर की विधायक गीता जैन स्थानीय नगर निगम के दो अभियंताओं को कुछ निर्माण कार्य को गिराने के लिए अपशब्द कहते सुनी जा सकती हैं.

निर्माण कार्यों के खिलाफ अभियंताओं की कार्रवाई के कारण बच्चों सहित इसमें रहने वालों को मानसून से पहले सड़कों पर रहने को मजबूर होना पड़ा.

जैन ने सवाल किया कि अभियंता ढांचों को कैसे गिरा सकते हैं और विधायक ने उनसे सरकारी प्रस्ताव (जीआर) पेश करने को कहा.

इस मामले में जैन की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है. वहीं, निगम आयुक्त दिलीप ढोले से संपर्क का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका. 

भाजपा की पूर्व महापौर रहीं जैन ने 2019 का चुनाव निर्दलीय के रूप में जीता था. वह भाजपा-शिवसेना सरकार का समर्थन करती हैं. 

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Watch: PM Welcomed By Indian Community In US Amid 'Modi Modi' Chants

Prime Minister Narendra Modi arrived in New York on Tuesday on the first leg of his maiden state visit to the US during which he will lead the International Yoga Day event at the United Nations Headquarters and hold bilateral talks with President Joe Biden. He was welcomed by a group of Indian community members in America, with national flag in their hands, outside the airport.

Visuals showed the Prime Minister shaking hands with a few of the members as they chanted 'Modi, Modi' slogans.

Some of the community members were also seen waiting outside his hotel to greet him.

Smita Mickey Patel, one of the members of the Indian community told ANI, "I think his visit will make a great impact on the US as he is doing a really great job globally as well. He is helping out the whole world with his pure heart and is making India proud."

Another person said that they that they have taken days off from their work to support him and welcome him.

Though PM Modi has made several previous visits to the United States, this will be his first with the full diplomatic status of an official state visit, just the third of Biden's presidency and third by any Indian leader.

"It's a milestone in our relationship...It is a very significant visit, very important visit," India's Foreign Secretary Vinay Kwatra told reporters on Monday.

A key achievement expected to be showcased is in the area of defence cooperation, especially between military industries of the two countries, Mr Kwatra said, as India seeks to produce more weapons and equipment at home for itself and also for export.

During the three-day visit, PM Modi will be hosted by Biden for a state dinner and a private family dinner, attend lunch with Vice-President Kamala Harris and Secretary of State Antony Blinken, and address a joint session of Congress for the second time in nine years.

He  will address an invitation-only gathering of diaspora leaders from across the country at the Ronald Reagan Building and International Trade Center in Washington on June 23.

PM Modi will also meet American CEOs and lead an International Yoga Day event at the UN headquarters.



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Newborn Rescued Hours After Being Kidnapped From Maharashtra Hospital

The police on Tuesday rescued a four-day-old baby just hours after she was kidnapped from the Government Medical College and Hospital (GMCH) in Maharashtra's Chandrapur city, an official said.

The infant was rescued and the accused woman was arrested from Hinganghat in neighbouring Wardha district, he said.

The accused got admitted to the maternity ward of the hospital on June 17 and got acquainted with a woman who had given birth to a girl and helped her, inspector SR Rajput of city police station said.

The mothers were recuperating in ward no 15, while the babies were kept in the adjacent ward no 14. Around 6 am, the accused took the baby from the ward claiming that she was taking her to the mother for feeding, he said.

The infant was soon reported missing from the ward and the police were informed, he said.

Senior policemen swung into action and roped in the cyber cell, local crime branch, personnel from Bhadravati, Warora, Hinganghat, Jam and other police stations, the official said.

"We examined the CCTV footage and launched a search for the woman. The accused was traced with the help of MSRTC officials and Wardha police," he said.

The accused was apprehended from Hinganghat around 11 am and the baby was handed over to her parents, the official said.

(Except for the headline, this story has not been edited by NDTV staff and is published from a syndicated feed.)



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'आदपरष' म अगर इस तरह स रम क भमक म नजर आत परभष त कस हत? दख सभ पतर क तसवर

इन दिनों सोशल मीडिया पर आदिपुरुष फिल्म को लेकर काफी बहस छिड़ गई है. फिल्म की कहानी हो, डायलॉग्स हो या फिर वीएफएक्स, सभी पर दर्शकों ने प्रश्नचिन्ह लगा दिया है. पूरे देश को लग रहा था कि ये फिल्म बाहुबली जैसी होगी, मगर दर्शकों को ये फिल्म बिल्कुल पसंद नहीं आई. सोशल मीडिया पर लगातार ट्रेंड भी कर रहा है. ख़ैर इन सबके बीच एक आर्टिस्ट ने आदिपुरुष फिल्म के किरदारों को खुद से बनाया है. सोशल मीडिया पर लोगों को ये तस्वीरें काफी पसंद आ रही हैं. 

तस्वीर देखें

इन तस्वीरों को इंस्टाग्राम पर  sahixd नाम के यूज़र ने शेयर किया है. इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि गेरुआ वस्त्र में प्रभाष नज़र आ रहे हैं. अगर ईमानदारी से पूछा जाए तो इस लुक में प्रभाष ख़ूब फब रहे हैं. 

इन तस्वीरों में सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी भी शामिल हैं. इन तस्वीरों को देखने के बाद कई यूज़र्स ने अपनी प्रतिक्रियाएं भी दी हैं. एक यूज़र ने लिखा है- मूवी से बढ़िया विजुअल्स तो आपने बना दी है. एक अन्य यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- भाई तू ही आदिपुरुष फिल्म में एनिमेशन की जिम्मेदारी ले लेता.

देखें वीडियो



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